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व्हॉट्सएप पर बिक रहीं थीं लड़कियां, पुलिस ने मारा छापा, चौंकाने वाला खुलासा!

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मेरठ। गढ़ रोड पर सम्राट हेवेंस होटल के सामने एक कॉम्पलेक्स में कंप्यूटर सेंटर की आड़ में देह व्यापार का गंदा खेल चल रहा था। शनिवार को पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया। सीओ सिविल लाइन के नेतृत्व में नौचंदी और मेडिकल थाना पुलिस ने छापेमारी कर दो संचालकों और तीन ग्राहकों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में आठ महिलाओं को मुक्त कराया गया, जिन्हें बाद में उनके परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने सेंटर से आपत्तिजनक सामग्री और पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं।

कंप्यूटर सेंटर की आड़ में गंदा धंधा

सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि तृतीय तल पर चल रहे कंप्यूटर सेंटर में स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार हो रहा है। इस जानकारी के आधार पर नौचंदी और मेडिकल थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मारा। जैसे ही पुलिस सेंटर में पहुंची, वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तुरंत नौ महिलाओं और चार पुरुषों को हिरासत में लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि पंजाब के फिरोजपुर जिले के टूंडी बाजार निवासी राजवीर सिंह और परतापुर के बिजली बंबा बाईपास निवासी आसमा सचदेवा इस गैरकानूनी धंधे को चला रहे थे।

ग्राहकों को भी दबोचा

इस छापेमारी में पुलिस ने तीन ग्राहकों को भी पकड़ा। ये थे साकलम निवासी मीरापुर (मुजफ्फरनगर), नवाजिश निवासी शास्त्रीनगर (नौचंदी थाना), और माज निवासी जाकिर कॉलोनी (लोहियानगर थाना)। पुलिस ने राजवीर, आसमा और तीनों ग्राहकों के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम और धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया है। रविवार को इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

व्हॉट्सएप पर फोटो, फिर बुलाते थे ग्राहक

जांच में सामने आया कि यह रैकेट व्हॉट्सएप जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए चलाया जा रहा था। संचालक महिलाओं की तस्वीरें ग्राहकों को भेजते थे और उनकी पसंद के आधार पर 1500 से 2000 रुपये में सौदा तय करते थे। इसके अलावा, बुकिंग के जरिए महिलाओं को ग्राहकों के ठिकानों पर भी भेजा जाता था, जिसके लिए 4000 से 5000 रुपये वसूले जाते थे। यह खुलासा पुलिस के लिए भी चौंकाने वाला था।

कबाड़ी बाजार में भी पकड़ा गया था रैकेट

इससे पहले, बृहस्पतिवार को ब्रह्मपुरी क्षेत्र के कबाड़ी बाजार में भी पुलिस ने एक देह व्यापार रैकेट पकड़ा था। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के निर्देश पर 40 सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की थी, जिसमें चार कोठा संचालिकाओं, चार दलालों और एक ग्राहक को गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में 17 महिलाओं को मुक्त कराया गया था। इस कार्रवाई में ब्रह्मपुरी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे, जिसके चलते एसएसपी ने विभागीय जांच शुरू कर दी है।

ब्लैकमेलिंग का भी शक

पुलिस को संदेह है कि इस रैकेट में ग्राहकों की आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल भी किया जा रहा था। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। पुलिस ने जब्त किए गए मोबाइल फोनों की जांच शुरू कर दी है। अगर ब्लैकमेलिंग के सबूत मिले, तो पीड़ितों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।

स्पा सेंटर का बैनर फाड़कर छिपाया सच

पुलिस के मुताबिक, इस कॉम्पलेक्स में पहले एक कंप्यूटर सेंटर चलता था, जिसके बैनर पर अफेबल डिजाइंस कंपनीज लिखा था। बाद में इसके ऊपर मैजिक टच स्पा सेंटर का बैनर लगाया गया, लेकिन पकड़े जाने के डर से इसे फाड़ दिया गया। इससे बाहर से देखने वालों को लगता था कि यह सिर्फ कंप्यूटर सेंटर है। आसपास के लोगों को संदिग्ध गतिविधियों का शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की। इस शिकायत के आधार पर ही यह कार्रवाई हुई।

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