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ट्रेन से उतारे गए बाबा, फिर हुआ ऐसा चमत्कार कि सब दंग रह गए!

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भारत के संतों की कहानियां हमेशा से चमत्कारों और आस्था से भरी रही हैं, लेकिन नीम करोली बाबा का एक किस्सा ऐसा है जो आज भी लोगों को हैरान करता है। एक बार जब बाबा ट्रेन में सवार हुए, तो उनके पास टिकट नहीं था। गुस्साए टीटी ने उन्हें जबरन उतार दिया, लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने सभी को दंग कर दिया। ट्रेन अपने स्थान से हिल तक नहीं सकी। घंटों कोशिश के बाद रेलवे अधिकारियों को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्हें बाबा से माफी मांगनी पड़ी। यह कहानी न सिर्फ बाबा की शक्ति को दिखाती है, बल्कि यह भी सिखाती है कि आस्था और सम्मान कितना मायने रखता है। आइए, इस रोचक घटना को करीब से जानते हैं।

ट्रेन में सवार हुए बाबा

कहानी उस समय की है जब नीम करोली बाबा, जिनका असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था, फर्रुखाबाद की ओर जा रही एक ट्रेन में चढ़े। बाबा साधु जीवन जीते थे, और उनके पास टिकट नहीं था। जब टीटी ने उनसे टिकट मांगा, तो बाबा ने शांत भाव से जवाब दिया कि उनके पास नहीं है। नाराज टीटी ने ट्रेन को रुकवाया और बाबा को नीम करोली गांव के पास उतार दिया। बाबा बिना विरोध के नीचे उतरे और पास ही एक पेड़ के नीचे बैठ गए। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई—यह तो बस शुरुआत थी।

ट्रेन का रुकना और अधिकारियों की परेशानी

बाबा के उतरते ही ट्रेन को फिर से चलाने की कोशिश शुरू हुई। ड्राइवर ने पूरी ताकत लगाई, गार्ड ने हरी झंडी दिखाई, लेकिन ट्रेन एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी। घंटों तक रेलवे कर्मचारी परेशान रहे। हर कोशिश नाकाम रही। यात्रियों में भी हलचल मच गई। तभी एक स्थानीय मजिस्ट्रेट, जो बाबा को पहचानता था, वहां पहुंचा। उसने अधिकारियों को बताया कि यह सब बाबा की वजह से हो रहा है। मजिस्ट्रेट ने सुझाव दिया कि बाबा से माफी मांगकर उन्हें सम्मान के साथ ट्रेन में वापस बुलाया जाए।

माफी के बाद चला चमत्कार

अधिकारी शुरू में हिचकिचाए, लेकिन हालात देखकर उनके पास कोई चारा नहीं बचा। वे बाबा के पास गए, हाथ जोड़कर माफी मांगी और उनसे ट्रेन में बैठने की गुहार लगाई। बाबा मुस्कुराए और ट्रेन में सवार हो गए। जैसे ही बाबा बैठे, ट्रेन अपने आप चल पड़ी। यह देखकर सभी हैरान रह गए। बाबा ने इस मौके पर दो शर्तें रखीं—एक, साधुओं के साथ सम्मान से पेश आया जाए, और दूसरा, उस जगह पर एक रेलवे स्टेशन बनाया जाए। उनकी बात मानी गई, और आज वह स्टेशन "नीम करोली" के नाम से जाना जाता है।

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