मथुरा, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रीबांके बिहारी मंदिर के प्रस्तावित कॉरिडोर का विरोध कर रहे गोस्वामीजनों ने सोमवार बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने मंदिर में दर्शन करने आने वाले सत्ताधारी दल के किसी भी नेता और स्थानीय अधिकारियों का न स्वागत करने, पटुका पहनाने और प्रसादी न देने की बात कही है। ऊर्जा मंत्री को ज्ञापन देने के दौरान महिलाओं के साथ पुलिस द्वारा की गई अभद्रता से गोस्वामीजनों में आक्रोश है। वह इस मामले को कोर्ट में लेकर जाने की बात कह रहे हैं।
गौरतलब है कि शनिवार को ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री एके शर्मा श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। मंदिर में दर्शन के दौरान हंगामा हुआ। महिलाएं उन्हें ज्ञापन देना चाहती थीं, लेकिन सीओ सदर संदीप सिंह ने मंदिर में आते ही उनके साथ धक्का-मुक्की कर दी। उनके हाथ में लगी विरोध की स्लोगन पट्टी को छीन लिया। इससे माहौल गर्मा गया और शांतिपूर्ण ज्ञापन देने आईं गोस्वामियों ने हंगामा कर दिया। इस घटना के बाद गोस्वामीजनों ने सोमवार ऐलान किया है कि अब किसी भी सत्ताधारी नेता और स्थानीय अधिकारी का मंदिर में स्वागत नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही किसी को माला, पटुका भी नहीं पहनाएंगे।
सेवायत नितिन सांवरिया का कहना है कि मंदिर परिसर में महिलाओं के साथ पुलिस का किया गया व्यवहार ठीक नहीं है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है।
सेवायत हिमांशु गोस्वामी का कहना है कि कॉरिडोर के विरोध में गोस्वामियों से जो होगा, वह किया जाएगा। अब मंदिर में सत्ताधारी दल के नेता और अधिकारियों का सम्मान नहीं होगा।
इंदुलेखा सखी ने कहा कि बिहारीजी के कॉरिडोर के नाम पर जो हो रहा है कि वह ठीक नहीं है। ठाकुरजी के जो अंगसेवी हैं, उनकी पत्नी से पुलिसकर्मी अभद्रता कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है। इसमें अधिकारियों को स्वत: ही संज्ञान लेना चाहिए। प्रशासन जबरन किसी कार्य को कराना चाहता है तो वैसे ही बता दे। सरकार तो सबके लिए होती है, वह किसी का अहित न करने की बात कह रही है लेकिन अधिकारी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / महेश कुमार
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