धमतरी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । 50 प्रतिशत मानदेय सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर जिले में कार्यरत मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ की 30 जुलाई को जिला स्तरीय हड़ताल हुई। इस हड़ताल में चारों ब्लाक के रसोइया शामिल हुए।
गांधी मंच से मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ के सदस्यों ने जमकर शासन विरोधी नारे लगाए। सभी ने एकमत से कहा सरकार अपनी चुनावी घाेषणाओं को पूरा करे। संघ की क्रमबध्द हड़ताल 28 जुलाई से चल रही थी। बुधवार को इसका समापन हुआ।
रसोइयों ने कहा कि, छत्तीसगढ़ स्कूल मध्यान्ह भोजन रसोईयां संयुक्त संघ का चुनाव घोषणा पत्र के अनुसार 50 प्रतिशत मानदेय अंशकालीन को पूर्णकालीन करते हुए रसोईया को कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाए। स्कूल से छात्र छात्राओं की दर्ज संख्या कम होने पर रसोईयों को काम से निकालना बंद करने की मांग कर रहे हैं। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष इंद्राणी निषाद, त्रिवेणी, गायत्री, पुनाबाई, लताबाई, संतोषी, रूखमणी, कविता, फगनी, मालती, अंजनी, जमना, हेमिन, सुशीला, कुंती, गणेशिया, अनसुईया, रोशनी, चित्ररेखा सहित बड़ी संख्या में रसोईया शामिल हुई।
जिलाध्यक्ष इंद्राणी निषाद ने कहा कि, सरकार द्वारा उन्हें ठगा जा रहा है। चुनाव के समय लंबे-लंबे वायदे कर मतदाताओं को रिझाया जाता है और उसके बाद अपने वादों को भूल जाते हैं। आज के इस महंगाई के दौर में भी रसोईया बहुत कम मानदेय पर कार्य कर रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रसोइयों की समस्या को प्राथमिकता से ध्यान देते हुए राज्य शासन को संघ की मांग पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
You may also like
यूपी के मंत्री ओपी राजभर बोले- 'बिहार में अकेले चुनाव लड़ेंगे अगर...'
जनपद औरैया को मिलेगा नया रोडवेज बस स्टेशन, शासन ने दी सहमति
बांदा में यमुना ने बरपाया कहर: दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में,सैकड़ों मकान ढहे, फसलें बर्बाद
सपा जिलाध्यक्ष ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, कहा- किसानों को मिले उचित मुआवज़ा
एनएनआईटी, सिंचाई भवन के आसपास की 75 बीघा जमीन सरकारी के 70 साल पुराने पट्टे रद्द और दोषियों पर मुकदमा चलाने की छूट