नई दिल्ली, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने सोमवार को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि हमने विश्व को साफ शब्दों में बता दिया है कि अब भारत के विरुद्ध आतंकवाद की किसी भी घटना को भारत पर हमला, भारत के विरुद्ध युद्ध माना जाएगा। भारत अपने तरीके से इन आतंकी हरकतों का जबाब देगा, भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को वह कीमत चुकानी होगी जिसका दर्द उनकी आने वाली नस्लों को भी होगा।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार का विरोध करते करते राहुल गांधी लीडर ऑफ ऑपोजिशन से लीडर ओपेजिंग भारत बन गए हैं। ख़ास बात यह है कि राहुल गांधी पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा के पोस्टर ब्वॉय बन गए। उन्होंने कहा कि हम जिस पाकिस्तान और उसके आतंकवाद के विरुद्ध लड़ रहे थे राहुल गांधी उन्हें कवर फायर दे रहे थे। पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी सरकार लश्कर-ए राहुल के बयानों को अपने पक्ष में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही थी। पहले लगा कि दिक्कत मोदी से है, बाद में पता चला कि दिक्कत मातृभूमि से भी है। जब देश के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भारत की आवाज बुलंद कर रहे थे। उस समय राहुल ऑक्यूपाइड कांग्रेस के लोग उन प्रतिनिधि मंडल और अपनी ही पार्टी के लोगों के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे थे।
अनुराग ठाकुर ने कहा, “आजादी के बाद अगर कांग्रेस ने 20 बड़े ब्लंडर और सरेंडर न किए होते तो आज भारत न जाने कहां होता। उन्होंने कांग्रेस सरकार की 20 गलतियां गिनवाते हुए कहा कि 1948 में कश्मीर जैसे आंतरिक विषय को संयुक्त राष्ट्र ले जाकर “सरेंडर” कांग्रेस ने किया। 1950 से 60 के दशक में अक्साई चिन को बंजर कहकर चीन की झोली में डालकर सरेंडर किसने किया? कांग्रेस ने किया। 1954 में, तिब्बत में भारत के अधिकारों को छोड़ दिया, बिना किसी लाभ के चीन के कब्जे को स्वीकार कर सरेंडर कांग्रेस ने किया।
उन्होंने कहा कि 1958 में, नून-नेहरू समझौते के तहत, विरोध के बावजूद बेरुबारी को पूर्वी पाकिस्तान में स्थानांतरित कर सरेंडर कांग्रेस ने किया। 1960 में पंजाब में सरजा माजरा, रख हरदित सिंह, पठानके, सुलेमानके और चक लाधेके को पाकिस्तान को सौंप कर सरेंडर कांग्रेस ने किया। 1960 में सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को 174 मिलियन डॉलर (आज के हिसाब से 1.6 बिलियन डॉलर) का भुगतान कर सरेंडर कांग्रेस ने किया। 1963 में, पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर में 5,180 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन को सौंपने पर भारत चुप रहा। 1974 में इंदिरा गांधी ने एक सीमा समझौते के तहत कच्चातीवू द्वीप श्रीलंका को सौंप दिया। संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की सीट कांग्रेस ने सरेंडर की। 1962 के युद्ध में अमेरिका से मदद मांग की सरेंडर कांग्रेस ने किया। 1965 में पाकिस्तान से जंग जीतकर भी 1968 में रन ऑफ कच्छ का 828 स्क्वायर किलोमीटर इलाका पाकिस्तान को दे कर सरेंडर किसने किया? कांग्रेस ने किया।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि 1971 की जंग के पाकिस्तान के 93000 सैनिक वापस किए पर अपने 54 जवान भी वापस ना लेकर दुश्मन के सामने कांग्रेस ने सरेंडर किया। ताशकंद समझौते में हाजी पीर दर्रे जैसे अतिमहत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्रों को पाकिस्तान को वापस कर सरेंडर कांग्रेस ने किया। 1974 में पाकिस्तान को न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी देने की बात कर दुश्मन देश के सामने सरेंडर किसने किया?
कांग्रेस ने 1984 में, इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के कहुटा परमाणु संयंत्र पर हमला करने से इनकार कर दिया। जनरल जिया उर रहमान से बातचीत का आदेश 1980 में अमरीकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन से लेकर सरेंडर किसने किया? कांग्रेस ने 1990 में अंतरराष्ट्रीय दबाव में परमाणु परीक्षण रोकने की घटना पर कांग्रेस ने सरेंडर किया। 2004 से 2014 तक भारत में बम धमाकों की लंबी फ़ेरहिस्त के बावजूद पाकिस्तान को मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन का दर्जा देकर दुश्मन के सामने कांग्रेस ने सरेंडर किया। 26/11 मुंबई हमले के बाद पूर्व वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल फली एच मेजर के स्ट्राइक बैक विकल्प को खारिज कर पाकिस्तान के सामने कांग्रेस ने सरेंडर किया। 2012 में, कांग्रेस सरकार ने सियाचिन को शांति का प्रतीक बनाने के उद्देश्य से, इसे सैन्य-मुक्त करने पर चर्चा शुरू कर दी।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी
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