-भारत-नेपाल विश्व मैत्री संघ वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण मैनाली ने जताई आपत्ति
पूर्वी चंपारण, 6 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) पोस्ट के निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। नेपाल भारत विश्व मैत्री संघ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण मैनाली ने हाल ही में मैत्री पुल का दौरा किया और भारत के कस्टम तथा इमीग्रेशन विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने मैत्री पुल पर बने एसएसबी पोस्ट का कड़ा विरोध जताते पत्रकारों से कहा कि मैत्री पुल ‘नो मेंस लैंड’ पर स्थित है और वहां किसी भी तरह का निर्माण अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि पैदल आवाजाही के रास्ते पर एसएसबी पोस्ट बना दिया गया है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने आशंका जताई कि इससे दोनों देशों के बीच दशकों पुराने मैत्री संबंधों में दरार आ सकती है। प्रवीण मैनाली ने यह भी कहा कि भारत और नेपाल का रिश्ता हमेशा से बेटी-रोटी का रहा है और दोनों देशों ने सदैव मित्रता को प्राथमिकता दी है लेकिन इस प्रकार का निर्माण कार्य आपसी संबंधों को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मैत्री पुल से एसएसबी पोस्ट नहीं हटाया गया, तो उनकी संस्था भारत सरकार से इस संबंध में भारतीय दूतावास के माध्यम से शिकायत दर्ज कराएगी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी एसएसबी द्वारा इसी स्थान पर पोस्ट का निर्माण किया गया था, जिसे विरोध के बाद हटा दिया गया था। अब पुनः उसी स्थान पर पोस्ट बनाना दुर्भाग्यपूर्ण और आपत्तिजनक है। नेपाल भारत विश्व मैत्री संघ ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए जल्द समाधान की मांग की है, ताकि दोनों देशों के नागरिकों के बीच पारंपरिक संबंधों में कोई बाधा न आए।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
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