News India Live, Digital Desk: हिंदू धर्म में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत को सबसे उत्तम और प्रभावशाली व्रतों में से एक माना गया है। हर महीने की त्रयोदशी तिथि को यह व्रत रखा जाता है। कहते हैं कि इस दिन और ख़ासकर प्रदोष काल (शाम का समय) में की गई पूजा का फल तुरंत मिलता है और महादेव अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।लेकिन जब यही प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ता है, तो इसका महत्व सौ गुना बढ़ जाता है। इसे 'शुक्र प्रदोष व्रत' कहा जाता है।क्यों इतना ख़ास है 'शुक्र प्रदोष व्रत'?इसका कारण बहुत सीधा और सरल है। शुक्रवार का दिन धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माँ लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित होता है। वहीं प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा पाने का दिन है। ऐसे में जब शुक्रवार को प्रदोष का यह शुभ संयोग बनता है, तो भक्तों को महादेव और माँ पार्वती के साथ-साथ माँ लक्ष्मी का भी आशीर्वाद एक साथ मिल जाता है।यह एक ऐसा दुर्लभ संयोग होता है जब आप एक ही दिन पूजा करके अपनी जिंदगी से पैसों की तंगी, कर्ज, पारिवारिक कलह और हर तरह की परेशानियों को दूर कर सकते हैं।धन-दौलत और खुशियों के लिए करें यह एक अचूक उपायअगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, घर में सुख-शांति नहीं है या कोई भी काम बनते-बनते बिगड़ जाता है, तो इस शुक्र प्रदोष की शाम को यह एक छोटा सा उपाय पूरी श्रद्धा के साथ ज़रूर करें।क्या करें: शुक्र प्रदोष के दिन शाम को यानी प्रदोष काल में, स्नान करके साफ़ कपड़े पहनें।तैयार करें विशेष भोग: इसके बाद, थोड़े से चावल और मखाने की खीर बना लें। ध्यान रहे कि खीर सात्विक हो।शिव जी को लगाएं भोग: इस खीर को लेकर किसी शिव मंदिर में जाएं और वहाँ शिवलिंग पर इसे अर्पित करें। अगर मंदिर जाना संभव न हो, तो घर के मंदिर में ही शिवलिंग पर अर्पित कर सकते हैं।मंत्र का जाप करें: खीर चढ़ाते समय भगवान शिव के सबसे सरल और शक्तिशाली मंत्र "ॐ नमः शिवाय" का लगातार जाप करते रहें।प्रार्थना करें: भोग लगाने के बाद, हाथ जोड़कर भगवान शिव, माता पार्वती और माँ लक्ष्मी का ध्यान करें और उनसे अपनी आर्थिक परेशानियों को दूर करने तथा घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने की प्रार्थना करें।मान्यता है कि शुक्र प्रदोष के दिन पूरी आस्था के साथ किया गया यह उपाय कभी खाली नहीं जाता। भगवान शिव और माँ पार्वती की कृपा से व्यक्ति के जीवन से दुःख और दरिद्रता का नाश होता है और उसके घर के भंडार हमेशा धन-धान्य से भरे रहते हैं।
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