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टाटा ग्रुप ने एक और खरीदा महल बनेगा 100 कमरों वाला आलिशान होटल…जानिए और किन पैलेस को लग्जरी होटल में बदला

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देशभर में आपने ये बहुत सुना होगा कि एक टाइम पर ये महल हुआ करता था, लेकिन आज इसे होटल में तब्दील कर दिया गया है। और ऐसे एक या दो नहीं हैं बल्कि भारत में 10 से भी ज्यादा होटल हैं, जिन्हें आज के टाइम में आलिशान जगह में बदल दिया गया है। अब इस लिस्ट में एक और पैलेस जुड़ गया है, जिसे होटल में बदलने का काम शुरू कर दिया है। हम बात कर रहे हैं त्र‍िपुरा की राजधानी अगरतला में 100 साल पुराने पुष्पबंता पैलेस की जिसे 5 स्टार होटल में बदला जाएगा। इसके लिए त्रिपुरा सरकार ने टाटा ग्रुप कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के साथ एमओयू साइन किया है। चलिए आपको बनने वाले होटल के बारे में बताते हैं, साथ ही बताते हैं भारत के वो महल जिन्हें होटल में बदल दिया गया है।
पैलेस में क्या बनने वाला है image

इस एमओयू के तहत माणिक्य राजवंश के ऐतिहासिक पुष्पबंता पैलेस को 5 स्टार हेरिटेज होटल में बदला जाएगा। इस प्रोजेक्ट से राज्य में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही इकोनॉमिक ग्रोथ भी होगी। वहीं करीबन 200 लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अगर बात करें पुष्पबंता पैलेस की तो इसे कुंजबन पैलेस के नाम से भी जाना जाता है।

होटल जब तैयार हो जाएगा तब इसे 'ताज पुष्पबंता पैलेस' के नाम से जाना जाएगा। इसमें करीबन 100 कमरे होंगे। जिनमें 4 स्पेशल शाही स्टाइल के सुइट्स बनाए जाएंगे। इन सुइट्स को को मुख्य महल के अंदर बनाया जाएगा, जिससे यहां आने वाले लोग माणिक्य राजवंश की शाही शान का अनुभव ले सकें। बाकी कमरों को पैलेस के बाहर ही बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट में 250 करोड़ का खर्च आएगा। (photo credit:wikimedia commons)


महल जो बदल गए हैं होटलों में image

उम्मेद भवन पैलेस, जोधपुर जोधपुर के मेहरानगढ़ किले के पास ही मौजूद है उम्मेद भवन पैलेस, जिसका एक हिस्सा ताज ग्रुप ऑफ होटल्स द्वारा चलाया जाता है। ये महल जोधपुर की सबसे ऊंची जगह यानी चित्तर हिल पर बना हुआ है। इस महल में कुल 347 कमरे हैं और ये जोधपुर के पूर्व शाही परिवार का मुख्य निवास है, इसी वजह से इसे दुनिया का छठा सबसे बड़ा प्राइवेट रेजिडेंस कहा जाता है। 1928 से 1943 के बीच बने इस महल को 26 एकड़ में बनाया गया था। इसकी बनावट में इंडो-सारासेनिक, क्लासिकल रिवाइवल और वेस्टर्न आर्ट डेको स्टाइल का सुंदर मेल देखा जा सकता है। (photo credit:www.tajhotels.com)


रामबाग पैलेस, जयपुर image

1835 में बनाया गया रामबाग पैलेस, जयपुर, पहले रानी की सबसे पसंदीदा दासी के लिए घर के तौर पर तैयार किया गया था। बाद में ये एक शाही गेस्ट हाउस और शिकारगाह बना, और फिर महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय और महारानी गायत्री देवी का निवास स्थान बन गया। इस महल की बनावट में इंडो-सरेसेनिक आर्किटेक्चर की झलक मिलती है। यहां की राजपूती विरासत और परंपराओं को बखूबी तरीके से दिखाया गया है, जैसे कि संगमरमर की हाथ से नक्काशी की गई जालियां, बालू पत्थर की रेलिंग्स, छतरियां, गुंबदनुमा संरचनाएं और शाही मुगल गार्डन। (photo credit:www.tajhotels.com)


सिटी पैलेस, उदयपुर image

चांद के आकार में बना ये महल 20वीं सदी की शुरुआत में महाराणा फतेह सिंह (शासनकाल: 1884-1930) के समय बनवाया गया था। अब इसे बड़े ध्यान से लग्जरी रिसॉर्ट होटल में बदल दिया गया है। ये महल राजस्थानी राजपूत शैली में बना है और इसकी अंदरूनी सजावट में दांत और सीप की कारीगरी, कांच की मोजेक डिजाइन और दीवारों पर की गई पेंटिंग्स (फ्रेस्को) शामिल हैं। इस महल को होटल में बदलने से पहले ये केवल मेवाड़ घराने के खास मेहमानों और विदेशी प्रतिनिधियों के लिए ही रखा गया था। (photo credit:www.incredibleindia.gov.in)


सामोद पैलेस, जयपुर image

जयपुर से थोड़ा उत्तर की ओर, अरावली की पहाड़ियों के बीच सामोद गांव के पास बसा है खूबसूरत सामोद पैलेस। ये महल राजस्थानी शाही संस्कृति की एक शानदार झलक भी पेश करता है। शुरुआत में इसे राजपूत किला बनाने के लिए तैयार किया गया था। रेत के पत्थरों से बना ये 475 साल पुराना स्ट्रक्चर मुगल और राजस्थानी वास्तुकला का बेहतरीन मेल है।

बाद में, 19वीं सदी में जब राव बहरीसल राजस्थान के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने इसे शानदार महल बना दिया। केवल ये 5 ही महल नहीं हैं, जिन्हें होटल में तब्दील किया गया है, इनमें - जहां नुमा पैलेस भोपाल, गोकुंडा पैलेस उदयपुर, शिव निवास पैलेस उदयपुर, उड़ाई बिलास पैलेस उदयपुर आदि इस लिस्ट में शामिल हैं। (photo credit: samode.com)

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