नई दिल्ली: चीन के निर्यात में मार्च में सालाना आधार पर 12.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं इसी अवधि में आयात में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। अमेरिका के चीन से आयातित वस्तुओं पर शुल्क में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने यह जानकारी दी।विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से निर्यात 2025 के पहले तीन (जनवरी-मार्च) महीनों में सालाना आधार पर में 5.8 प्रतिशत बढ़ा, जबकि आयात में सात प्रतिशत की गिरावट आई। चीन का अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस मार्च में 27.6 अरब डॉलर रहा, जबकि इसके निर्यात में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वर्ष की पहली (जनवरी-मार्च) तिमाही में अमेरिका के साथ चीन का ट्रेड सरप्लस 76.6 अरब डॉलर रहा। चीन पर लगाया है भारी टैरिफअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों में हाल ही में किए गए संशोधनों के अनुसार चीन को अमेरिका को किए जाने वाले अधिकतर निर्यातों पर 145 प्रतिशत शुल्क का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, निर्यात में सबसे अधिक वृद्धि चीन के दक्षिण-पूर्वी एशियाई पड़ोसियों से हुई जहां मार्च में चीन से निर्यात में सालाना आधार में करीब 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। अफ्रीका को निर्यात 11 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है।सीमा शुल्क प्रशासन के प्रवक्ता ल्यू डालियांग ने कहा कि चीन जटिल व गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है, लेकिन वह घुटने नहीं टेकेगा। उन्होंने चीन के विविध निर्यात विकल्पों और विशाल घरेलू बाजार की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। चीनी आयात में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चीन लगातार 16 वर्षों से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयातक रहा है, जिसने वैश्विक आयात में अपनी हिस्सेदारी लगभग आठ प्रतिशत से बढ़ाकर 10.5 प्रतिशत कर ली है। दुनिया के लिए बड़ा अवसरल्यू डालियांग ने कहा वर्तमान में और भविष्य में चीन का आयात वृद्धि क्षेत्र बहुत बड़ा है और बड़ा चीनी बाजार हमेशा दुनिया के लिए एक बड़ा अवसर है।चीन के राष्ट्रपति शी शिनफिंग सोमवार को क्षेत्रीय दौरे के तहत वियतनाम की यात्रा पर जा रहे थे। वह मलेशिया और कंबोडिया भी जाएंगे। इससे उन्हें अन्य एशियाई देशों के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने का अवसर मिलेगा, जो संभावित रूप से भारी शुल्क का सामना कर रहे हैं। हालांकि पिछले हफ्ते अमेरिका ने इस फैसले को 90 दिन के लिए टाल दिया था। दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉरवियतनाम में पिछले महीने चीन का निर्यात सालाना आधार पर लगभग 17 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इसके आयात में 2.7 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, शी की यात्रा पहले से ही निर्धारित थी लेकिन अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के चलते यह महत्वपूर्ण हो गई है।
You may also like
Mayawati ने अब सपा के लिए बोल दी है ये बड़ी बात, कहा- दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर...
Honda Elevate and Amaze Now Offered with Dealer-Fitted CNG Kits in India
कल का मौसम 18 अप्रैल 2025: दिल्ली और राजस्थान में चुभती गर्मी, उत्तराखंड में बारिश तो हिमाचल में आंधी-तूफान का अलर्ट, पढ़िए वेदर अपडेट
देवर ने कर दिया अपनी ही भाभी को प्रेग्नेंट तो फिर पति ने ले लिया ये बड़ा फैसला, अब पूरे गाँव में हो रही चर्चा ⑅
इस हफ्ते OTT पर मचेगा धमाल: हॉरर से लेकर हिस्ट्री तक, बना लें वीकेंड का एंटरटेनमेंट प्लान!