नई दिल्ली: शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड को एजबेस्टन टेस्ट मैच में 336 रन से पीट दिया। टीम इंडिया ने इस मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच में जीतने में सफल रही। इस ऐतिहासिक जीत से पूरे देश में खुशी की लहर है, क्योंकि टीम इंडिया ने सिर्फ टेस्ट मैच ही नहीं, जीता बल्कि अंग्रेजों के उस घमंड को भी तोड़ा जिस पर वह इतराते थे कि भारत एजबेस्टन में कभी टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है। यही कारण है कि भारतीय फैंस के लिए यह एक गर्व का पल है।
इस जीत के साथ ही शुभमन गिल की सेना ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को एक बड़ा गिफ्ट भी दे दिया। दरअसल टीम इंडिया को मिली जीत के कुछ घंटे बाद ही धोनी का जन्मदिन आया। यही कारण है कि धोनी के लिए भी इससे बढ़िया गिफ्ट कुछ नहीं होगा कि भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उस मैदान पर हराया, जहां दशकों से जीत इंतजार था। ऐसे में तमाम क्रिकेट फैंस टीम इंडिया की जीत खुशी में कहीं भारतीय टीम के महान कप्तान के जन्मदिन को ना भूल, यही वजह है कि इस चीज को याद दिलाना जरूरी है।
44 साल के हुए महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था। शुरुआती दौर में धोनी क्रिकेट खेलने के साथ-साथ रेलवे में नौकरी भी करते थे, लेकिन उनकी किस्मत ने तब पलटी जब घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन की गूंज हर तरफ सुनाई देने लगी। ऐसे में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में मौका दिया, लेकिन बदकिस्मती से वह अपने डेब्यू मैच में बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे।
हालांकि, सौरव गांगुली ने धोनी पर से विश्वास नहीं खोया और उन्हें आगे भी मौका दिया। इसके बाद फिर क्या था माही ने उन मौकों का पूरा फायदा उठाया। वनडे के बाद 2005 में उन्हें टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला और फिर 2006 में वह टी20 टीम में भी आ गए। साल 2007 में धोनी को टी20 कैप्टन बनाकर बीसीसीआई ने एक बड़ा दांव खेला और उसमें सफलता भी मिली। टीम इंडिया ने उनकी कप्तानी में टी20 विश्व कप का खिताब जीत लिया। इसके बाद तो फिर धोनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा जो और उसके बाद से जो कुछ भी हुआ वह भारतीय क्रिकेट का स्वर्णिम इतिहास बन गया।
क्रिकेट में एमएस धोनी की उपलब्धियां
महेंद्र सिंह धोनी भारत के लिए आईसीसी के तीन ट्रॉफी जीतने वाले पहले कप्तान हैं। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया साल 2009 में पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 टीम बनी थी। इसके अलावा धोनी की कप्तानी में ही आईपीएल टीम सीएसके ने 5 बार खिताब जीता है।
कप्तानी में उपलब्धियों के अलावा उनका करियर भी शानदार रहा है। धोनी ने 350 वनडे मैचों में में 10,773 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 4876 और टी20 इंटरनेशनल में 1617 रन शामिल है। सिर्फ बल्लेबाजी में ही नहीं, विकेटकीपिंग में भी धोनी ने महारत हासिल की है। धोनी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 192 स्टंपिंग की है।
इस जीत के साथ ही शुभमन गिल की सेना ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को एक बड़ा गिफ्ट भी दे दिया। दरअसल टीम इंडिया को मिली जीत के कुछ घंटे बाद ही धोनी का जन्मदिन आया। यही कारण है कि धोनी के लिए भी इससे बढ़िया गिफ्ट कुछ नहीं होगा कि भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उस मैदान पर हराया, जहां दशकों से जीत इंतजार था। ऐसे में तमाम क्रिकेट फैंस टीम इंडिया की जीत खुशी में कहीं भारतीय टीम के महान कप्तान के जन्मदिन को ना भूल, यही वजह है कि इस चीज को याद दिलाना जरूरी है।
44 साल के हुए महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था। शुरुआती दौर में धोनी क्रिकेट खेलने के साथ-साथ रेलवे में नौकरी भी करते थे, लेकिन उनकी किस्मत ने तब पलटी जब घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन की गूंज हर तरफ सुनाई देने लगी। ऐसे में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में मौका दिया, लेकिन बदकिस्मती से वह अपने डेब्यू मैच में बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे।
हालांकि, सौरव गांगुली ने धोनी पर से विश्वास नहीं खोया और उन्हें आगे भी मौका दिया। इसके बाद फिर क्या था माही ने उन मौकों का पूरा फायदा उठाया। वनडे के बाद 2005 में उन्हें टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला और फिर 2006 में वह टी20 टीम में भी आ गए। साल 2007 में धोनी को टी20 कैप्टन बनाकर बीसीसीआई ने एक बड़ा दांव खेला और उसमें सफलता भी मिली। टीम इंडिया ने उनकी कप्तानी में टी20 विश्व कप का खिताब जीत लिया। इसके बाद तो फिर धोनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा जो और उसके बाद से जो कुछ भी हुआ वह भारतीय क्रिकेट का स्वर्णिम इतिहास बन गया।
क्रिकेट में एमएस धोनी की उपलब्धियां
महेंद्र सिंह धोनी भारत के लिए आईसीसी के तीन ट्रॉफी जीतने वाले पहले कप्तान हैं। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया साल 2009 में पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 टीम बनी थी। इसके अलावा धोनी की कप्तानी में ही आईपीएल टीम सीएसके ने 5 बार खिताब जीता है।
कप्तानी में उपलब्धियों के अलावा उनका करियर भी शानदार रहा है। धोनी ने 350 वनडे मैचों में में 10,773 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 4876 और टी20 इंटरनेशनल में 1617 रन शामिल है। सिर्फ बल्लेबाजी में ही नहीं, विकेटकीपिंग में भी धोनी ने महारत हासिल की है। धोनी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 192 स्टंपिंग की है।
You may also like
हरिद्वार की संगीता राणा ने जापान में जीते दो रजत पदक
मप्र में पहली बार पौधरोपण में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग, ऐप से होगा महिला हितग्राहियों का चयन
मायावती ने बिहार की कानून व्यवस्था पर उठाये सवाल, चुनाव आयोग ले संज्ञान
पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर अभद्र टिप्पणी, मुकदमा दर्ज
एमजीसीयू के दो छात्रो का प्रतिष्ठित कंपनी में हुआ चयन