जयपुर: राजस्थान के जैसलमेर जिले से पाकिस्तान को खुफिया जानकारी भेजने के मामले में आज कोर्ट में शकूर खान की पेशी हुई। जिला रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी (AAO) के पद पर तैनात शकूर खान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। शकूर को आज जयपुर की सेशन कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन की रिमांड पर सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दिया गया। उसके खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत FIR दर्ज की गई है।
व्हाट्सऐप से भेजता था ठिकानों की तस्वीरेंजांच में खुलासा हुआ कि शकूर खान लंबे समय से पाकिस्तान की ISI के लिए काम कर रहा था। उसके मोबाइल से कई पाकिस्तानी नंबरों से चैट का पता चला, जिसमें संवेदनशील जानकारी थी। आगे की जांच से पता चला कि वह एक पाकिस्तानी अधिकारी अहसान उर रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में था, जिसे हाल ही में अवांछनीय गतिविधियों के लिए भारत से निर्वासित किया गया था।
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख का सनसनीखेज आरोपबीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'शकूर खान, जो कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद का निजी सहायक रह चुका है, पर ISI के लिए जासूसी करने के पुख्ता सबूत मिले हैं। वह सीमावर्ती इलाकों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी अधिकारियों को भेजता था।' मालवीय ने यह भी बताया कि शकूर ने बिना अनुमति कई बार पाकिस्तान की यात्रा की। शकूर बड़ोड़ा गांव के मंगलियों की ढाणी का निवासी है और 2008 में सालेह मोहम्मद के निजी सचिव के रूप में काम कर चुका है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सतर्क हुईं एजेंसियांहाल के पहलगाम हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव को देखते हुए खुफिया एजेंसियां सतर्क हैं। ऐसे में एक सरकारी कर्मचारी की संदिग्ध गतिविधियां सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानी जा रही हैं। शकूर की गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है। इस मामले के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। ट्विटर पर #कांग्रेस_का_हाथ_पाक_के_साथ ट्रेंड हुआ, जहां यूजर्स सालेह मोहम्मद और शकूर के पुराने संबंधों पर सवाल उठा रहे हैं। जांच एजेंसियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन पूछताछ जारी है। आगे की जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
व्हाट्सऐप से भेजता था ठिकानों की तस्वीरेंजांच में खुलासा हुआ कि शकूर खान लंबे समय से पाकिस्तान की ISI के लिए काम कर रहा था। उसके मोबाइल से कई पाकिस्तानी नंबरों से चैट का पता चला, जिसमें संवेदनशील जानकारी थी। आगे की जांच से पता चला कि वह एक पाकिस्तानी अधिकारी अहसान उर रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में था, जिसे हाल ही में अवांछनीय गतिविधियों के लिए भारत से निर्वासित किया गया था।
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख का सनसनीखेज आरोपबीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'शकूर खान, जो कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद का निजी सहायक रह चुका है, पर ISI के लिए जासूसी करने के पुख्ता सबूत मिले हैं। वह सीमावर्ती इलाकों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी अधिकारियों को भेजता था।' मालवीय ने यह भी बताया कि शकूर ने बिना अनुमति कई बार पाकिस्तान की यात्रा की। शकूर बड़ोड़ा गांव के मंगलियों की ढाणी का निवासी है और 2008 में सालेह मोहम्मद के निजी सचिव के रूप में काम कर चुका है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सतर्क हुईं एजेंसियांहाल के पहलगाम हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव को देखते हुए खुफिया एजेंसियां सतर्क हैं। ऐसे में एक सरकारी कर्मचारी की संदिग्ध गतिविधियां सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानी जा रही हैं। शकूर की गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है। इस मामले के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। ट्विटर पर #कांग्रेस_का_हाथ_पाक_के_साथ ट्रेंड हुआ, जहां यूजर्स सालेह मोहम्मद और शकूर के पुराने संबंधों पर सवाल उठा रहे हैं। जांच एजेंसियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन पूछताछ जारी है। आगे की जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
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