जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों को ऑपरेशन सिंदूर के तहत तबाह कर दिया। इस सैन्य कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और गहरा गया है। इन हालातों के बीच मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हालिया बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि असीम मुनीर की टिप्पणियां न केवल असंवेदनशील हैं, बल्कि धार्मिक रूप से भी विभाजनकारी हैं।
क्या कहा था असीम मुनीर ने?
बताते चलें कि पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस हमले की प्रतिक्रिया में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तानी सीमा के भीतर कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह अभियान 10 मई को सीजफायर के साथ समाप्त हुआ। इसी अवधि में असीम मुनीर ने बयान दिया था कि "हमारे पूर्वजों का मानना था कि हम हर मायने में हिंदुओं से अलग हैं – हमारी सोच, परंपराएं, रीति-रिवाज और महत्वाकांक्षाएं तक अलग हैं।"
जावेद अख्तर ने जताई कड़ी नाराज़गी
एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने वकील व राजनेता कपिल सिब्बल के साथ बातचीत करते हुए असीम मुनीर की बयानबाज़ी को असंवेदनशील और खतरनाक बताया। उन्होंने कहा, "देश सरकार से बनता है, और सरकार अगर गलत है तो उसका खामियाजा सबसे पहले वहां के नागरिक ही भुगतते हैं। हमारी नाराजगी सरकार, सेना और चरमपंथियों से होनी चाहिए – आम लोगों से नहीं। हमें उन मासूम लोगों के लिए सहानुभूति रखनी चाहिए जो उस सिस्टम का शिकार हैं।"
“हिंदुओं को क्यों गाली दे रहे हैं?”
अख्तर ने आगे कहा, “मैंने उनके भाषण का वीडियो देखा और हैरान रह गया। वो किस तरह की बातें कर रहे थे? अगर आप भारत के खिलाफ बोलना चाहते हैं, तो कीजिए – लेकिन हिंदुओं को क्यों टारगेट कर रहे हैं? क्या आपको यह नहीं पता कि आपके ही देश में हिंदू भी रहते हैं? क्या यह आपके लिए शर्म की बात नहीं कि आप अपने ही नागरिकों का सम्मान नहीं कर पा रहे हैं?”
पाकिस्तान के वीज़ा पर कई अरब देशों ने लगाया प्रतिबंध
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "पाकिस्तान की मिसाइल का नाम अब्दाली है – वही अब्दाली जिसने मुसलमानों पर ही हमले किए थे। ऐसे व्यक्ति को आप हीरो मानते हैं? आपकी धरती पर जो महान लोग पैदा हुए, आप उन्हें भूलकर एक लुटेरे को सम्मान दे रहे हैं। यही कारण है कि अब कई अरब देशों ने पाकिस्तानियों को वीज़ा देना तक बंद कर दिया है। जैसे दिल्ली की सड़क पर कोई यह कहे कि वो शाहरुख खान को जानता है, लेकिन शाहरुख को उसका नाम तक न पता हो – यही पाकिस्तान की स्थिति है।"
पाक सेना करती है अपने सैनिकों का भी अपमान
अख्तर ने एक और वाकया साझा करते हुए बताया कि पाकिस्तानी सेना अपने ही शहीद सैनिकों का सम्मान नहीं करती। उन्होंने कहा, “जब हमारे जवान शहीद होते हैं, तो हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। लेकिन कारगिल युद्ध के दौरान जब पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, तो उनकी लाशें तक लेने पाकिस्तान नहीं आया। भारतीय सेना ने उन्हें सम्मानजनक अंतिम संस्कार दिया। हमारे एक शीर्ष अधिकारी ने उनके सैनिकों की तस्वीरों का एल्बम बनवाकर पाकिस्तान को सौंपा, लेकिन उन्होंने लेने से इनकार कर दिया। बाद में उन्होंने उसे अनौपचारिक रूप से स्वीकार किया।”
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