दोस्तो अगर बात करें आज के परिदृश्य की तो क्राइम इतना बढ़ गए हैं कि सुरक्षा बहुत ही जरूरी हो गई हैं, खासकर छोटे बच्चों की जिनका अपहरण के मामले बढ़ गए हैं, जिसके चलते सरकार को कड़े फैसलें लेने पढ़ रहे हैं, हाल ही में हुई बैठक में स्कूली यातायात के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की गई है, खास तौर पर कक्षा पांच तक के बच्चों के लिए। आइए जानते हैं नई व्यवस्था के बारे में पूरी डिटेल्स
अब अभिभावकों को कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए स्कूल परिसर में ही अपने बच्चों को छोड़ना और लेना होगा। इस उपाय का उद्देश्य युवा छात्रों की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ाना है। नई व्यवस्था सबसे पहले हजरतगंज क्षेत्र में स्थित स्कूलों में लागू की जाएगी। इसके आरंभिक क्रियान्वयन के बाद इसे धीरे-धीरे शहर के अन्य क्षेत्रों के स्कूलों में भी लागू किया जाएगा।
बाहरी यातायात व्यवस्था की निगरानी के लिए सभी सहभागी स्कूलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए यातायात नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
हाई कोर्ट ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई, जिस पर राज्य सरकार ने प्रतिक्रिया दी। इन चिंताओं को दूर करने के लिए प्रधान सचिव को 5 सितंबर को उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। जवाब में, पुलिस विभाग ने यातायात पुलिस अधिकारियों और स्कूल प्रतिनिधियों सहित प्रमुख हितधारकों के साथ एक बैठक बुलाई।
स्कूलों को स्कूल खुलने और बंद होने के समय कर्मचारियों और अभिभावकों दोनों के लिए अपने परिसर के आसपास उचित पार्किंग सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए। यातायात पुलिस प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल प्रशासन से सुझाव मांग रही है।
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