नई दिल्ली, 20 मई . भारत के पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, को देश के लाल गेंद वाले क्रिकेट को बचाने के लिए अपने फैसले को वापस लेना चाहिए. रोहित और कोहली के संन्यास लेने के कारण आगामी इंग्लैंड दौरे पर टीम के सबसे वरिष्ठ बल्लेबाजों की कमी खलेगी, जहां भारत को 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है.
67 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर, जिन्होंने अपने बेटे युवराज सिंह के अलावा शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा जैसे मौजूदा खिलाड़ियों को कोचिंग दी है, ने कहा कि कोहली के पास क्रिकेट को देने के लिए अभी और साल हैं.
योगराज ने मंगलवार को ‘ ’ से कहा, “रोहित शर्मा और विराट कोहली को भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए संन्यास से वापस लौटना चाहिए. यह समय अपने बारे में सोचने का नहीं है – यह समय देश, प्रशंसकों और खेल के प्रति लोगों की गहरी भावनाओं के बारे में है. विराट में अभी कम से कम दस साल का क्रिकेट बाकी है. जहां तक रोहित का सवाल है, अगर वह मेरे पास आते हैं, तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि वह फिर से पूरी तरह फिट हो जाएं.”
इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को खिलाड़ियों को उनके कठिन समय में सहयोग करना चाहिए ताकि खिलाड़ी बढ़ते दबाव के आगे न झुकें. “वर्ष 2011 में युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों को बिना किसी स्पष्ट कारण के टीम से बाहर कर दिया गया था. जब युवराज ने संन्यास लिया, तो मैंने उसे डांटा – मैंने उसे दबाव में न आने के लिए कहा. वह अविश्वसनीय रूप से फिट था और अभी भी है. क्रिकेटरों को बाहरी दबावों के आगे झुकने के बजाय टीम में अपनी जगह के लिए संघर्ष करना चाहिए.
उन्होंने कहा, “बीसीसीआई को माता-पिता की तरह काम करना चाहिए – अपने खिलाड़ियों की रक्षा और समर्थन करना चाहिए, अहंकार या राजनीति को निर्णय लेने नहीं देना चाहिए.”
योगराज ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे युवराज को फोन किया और उसे कोहली से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास न लेने के लिए कहने को कहा ताकि बाद में पछताना न पड़े.
“मैंने युवी से कहा कि वह विराट को फोन करे और उससे कहे, ‘वही गलती मत करो जो मैंने की थी’. मुझे यकीन है कि वे (रोहित और विराट) कुछ साल बाद पीछे मुड़कर देखेंगे और पछताएंगे. क्योंकि एक दिन, निराशा अनिवार्य रूप से सामने आएगी – लेकिन तब क्या मतलब होगा?’
कोहली ने 123 मैचों में 46.85 की शानदार औसत से 30 शतकों और 31 अर्धशतकों के साथ 9,230 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर को अलविदा कहा, जबकि रोहित ने 67 मैचों में 12 शतकों और 18 अर्धशतकों सहित 40.57 की औसत से 4301 रन बनाकर अपने लाल गेंद के करियर का अंत किया.
–
आरआर/
You may also like
Maharashtra News: फडणवीस सरकार का बड़ा ऐलान, 2030 तक सभी को देंगे घर, 5 साल में बनाए जाएंगे 35 लाख आवास
BCCI ने IPL 2025 के बचे हुए मैचों के लिए नियमों में किए बदलाव, क्या आपको है जानकारी...
मीना कुमारी और प्रधानमंत्री शास्त्री का दिलचस्प किस्सा
Lava Z70: किफायती स्मार्टफोन की विशेषताएँ और प्रदर्शन
जिला न्यायालय में चपरासी और चौकीदार के लिए भर्ती की घोषणा