किसी जमाने में टीवी मोहल्ले के 1-2 घरों में ही होता था, जबकि आज हर इंसान के घर एक या एक से ज्यादा टीवी भी हैं। एंटिना की जगह अब सेट टॉप बॉक्स के जरिये टीवी कनेक्शन मुहैया कराया जाता है और समय के साथ साथ टीवी का बिल भी काफी बढ़ गया है, जिससे लोग अक्सर परेशान रहते हैं। मनोरंजन के साथ-साथ टीवी नित्य खबरों का पता लगाने का भी साधन है, जिस वजह से घर में ये जरूरी भी है।
हालांकि, सेट टॉप बॉक्स के खर्चों को कम करने के लिये अब एक उपाय आ चुका है और ये उपाय ढूंढ निकाला है BIS ने। इसके जरिये अब आप बिना सेट टॉप बॉक्स के भी टीवी का आनंद ले पायेंगे। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) ने डिजिटल टेलीविजन रिसेप्शन, वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) और यूएसबी टाइप-सी चार्जर के लिए नए गुणवत्ता मानक निर्धारित किए हैं।
डिजिटल टेलीविजन रिसेप्शन स्टैंडर्ड्सउपभोक्ता मामलों के मंत्री ने कहा कि सूची में सबसे पहले भारतीय मानक आईएस 18112:2022 है, जो डिजिटल टेलीविजन रिसीवर के लिए अंतर्निहित उपग्रह ट्यूनर के साथ है। उन्होंने कहा “इस भारतीय मानक के अनुसार निर्मित टीवी एक डिश एंटीना को एलएनबी के साथ जोड़कर फ्री-टू-एयर टीवी और रेडियो चैनलों को एक उपयुक्त स्थान पर, एक इमारत की छत के ऊपर / साइड की दीवार पर स्थापित करने में सक्षम बनाते हैं”।
इन नए मानकों का पालन करने से सरकार की पहल, शैक्षिक सामग्री (दूरदर्शन से), योजनाओं और भारतीय संस्कृति कार्यक्रमों के भंडार के बारे में अधिक जानकारी के प्रसारण में सुविधा होगी, ताकि यह आबादी के एक बड़े हिस्से तक पहुंच सके और उन्हें लाभान्वित कर सके।
इस वक्त टीवी दर्शकों को अलग-अलग फ्री और पेड चैनल देखने के लिए सेट-टॉप बॉक्स खरीदना पड़ता है। दूरदर्शन द्वारा प्रसारित फ्री-टू-एयर चैनलों के स्वागत की सुविधा के लिए भी सेट-टॉप बॉक्स की आवश्यकता होती है। यह गैर-एन्क्रिप्टेड चैनलों पर भी लागू होता है। अब, दूरदर्शन एनालॉग प्रसारण को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का प्रयास कर रहा है। दूरदर्शन द्वारा ही डिजिटल उपग्रह प्रसारण का उपयोग करके फ्री-टू-एयर चैनलों का प्रसारण किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, “सेट टॉप बॉक्स के उपयोग के बिना इन फ्री-टू-एयर चैनलों के स्वागत को सक्षम करने के लिए, इन-बिल्ट उपयुक्त सैटेलाइट ट्यूनर के साथ टेलीविजन रिसीवर्स की आवश्यकता है।”
यूएसबी टाइप सी मानकप्रकाशित किया गया दूसरा मानक भारतीय मानक (IS/IEC 62680-1-3:2022) है। यह यूएसबी टाइप-सी रिसेप्टेकल्स, प्लग और केबल पर लागू होता है और मौजूदा वैश्विक मानक आईईसी 62680-1- 3:2022 को अपनाता है।
इससे प्रति उपभोक्ता कुल चार्जर की संख्या कम हो जाएगी और लोगों को अलग-अलग डिवाइस के लिए अलग-अलग चार्जर नहीं खरीदने पड़ेंगे। इससे ई-वेस्ट को कम करने और सतत विकास सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी।
वीएसएस मानकप्रकाशित किया गया तीसरा मानक “वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस)” के लिए भारतीय मानकों की आईएस 16910 श्रृंखला है। यह अंतर्राष्ट्रीय मानक IEC 62676 श्रृंखला को अपनाता है।
यह मानक वीएसएस प्रणाली के घटकों के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है, जिसमें इंटरफेस, कैमरा डिवाइस, सिस्टम आवश्यकताएं और कैमरे की गुणवत्ता की जांच करने वाले परीक्षण शामिल हैं।
You may also like
योगी' पर विदेशी महिला ने लगाया गंभीर आरोप, कहा- यौन क्रियाओं को आध्यात्मिक बताकर करता रहा शोषण….
मेरी कुछ दिन पहले ही शादी हुई है, लेकिन पति संतुष्ट नहीं कर पाता, इसलिए पड़ोसी लड़के के साथ संबंध बनाए….
दस हजार रुपये प्रति लीटर से भी ज्यादा महंगा बिकता है गधी का दूध, जाने इसकी खासियत…..
क्या आप भी पैसों की समस्या से परेशान है? तो अपनी राशि के अनुसार करें ये उपाय, फिर आपके पास खुद आएगी लक्ष्मी….