आधुनिक युग में बिजली की खपत तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में, बिजली के खर्च को कम करने के लिए सोलर सिस्टम एक प्रभावी विकल्प बन गया है।
सोलर सिस्टम की विशेषताएँ
सोलर सिस्टम की स्थापना से आप अपनी बिजली की आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकते हैं। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न करने के लिए सोलर पैनल लगाए जाते हैं। 1.5 किलोवाट का सोलर सिस्टम आपकी बिजली की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।
उच्च गुणवत्ता वाले सोलर पैनल
नई तकनीक के सोलर पैनल का उपयोग करके आप उच्च गुणवत्ता और दक्षता के साथ बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। सही तरीके से स्थापित सोलर पैनल से आप लंबे समय तक मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, सोलर सिस्टम का उपयोग पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद करता है।
1.5 किलोवाट का सोलर पैनल
1.5 किलोवाट के सोलर सिस्टम से आप प्रतिदिन 7 से 8 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। यदि आपको 1 HP का वाटर पंप चलाना है, तो यह सिस्टम उसे आसानी से चला सकता है। इस सिस्टम में 160 वाट, 250 वाट और 415 वाट के सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं।
सोलर इन्वर्टर
सोलर इन्वर्टर का उपयोग डीसी को एसी में बदलने के लिए किया जाता है। 1.5 किलोवाट सोलर सिस्टम में 1800 VA तक के लोड को चलाने वाला इन्वर्टर लगाया जा सकता है।
सोलर सिस्टम में बैटरी बैकअप
सोलर सिस्टम में बैटरी जोड़कर बिजली का बैकअप रखा जा सकता है। आप 100Ah, 150Ah और 200Ah क्षमता की सोलर बैटरी का चयन कर सकते हैं।
1.5kW सोलर सिस्टम की लागत
1.5kW सोलर पैनल की कीमत 60,000 रुपये है। सोलर इन्वर्टर की लागत 30,000 रुपये है। दो 150Ah बैटरी की कीमत 30,000 रुपये है। अतिरिक्त खर्च 5,000 रुपये है। कुल मिलाकर, इस सिस्टम की लागत 1.25 लाख रुपये है।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी
1.5 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। आप इस पर लगभग 70% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें आपको केवल 30% का भुगतान करना होता है।
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