हम में से कई लोग पालतू जानवर रखने के शौकीन होते हैं। आमतौर पर लोग कुत्ते या बिल्लियों को पसंद करते हैं, लेकिन एक परिवार ने अपने घर में शेर को पालतू बनाने का निर्णय लिया। यह कहानी 1970 के दशक की है, जब अज़रबायजान में एक परिवार ने दो शेरों को अपने घर में रखा। हालांकि, इस निर्णय का परिणाम बेहद दुखद रहा।
परिवार ने एक बीमार शेर को अपने घर लाने का फैसला किया, जिसका नाम उन्होंने किंग रखा। शेर को पालतू जानवर की तरह रखा गया और वह परिवार के साथ रहने लगा। किंग के बड़े होने पर उसे फिल्मों में काम भी मिलने लगा। लेकिन एक दिन, एक फिल्म के शूट के दौरान, किंग ने एक बच्चे पर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे मार दिया।
इसके बाद, परिवार ने एक और शेर, किंग 2, को पाला। यह शेर पहले वाले की तरह शांत नहीं था। जब परिवार के मुखिया लेव की मृत्यु हुई, तो किंग 2 बेकाबू हो गया। एक दिन, जब लेव की पत्नी नीना घर लौटीं, तो उन्होंने देखा कि शेर ने उनके 14 वर्षीय बेटे रॉबिन पर हमला कर दिया। इस घटना ने परिवार को बुरी तरह प्रभावित किया।
You may also like
जम्मू, पठानकोट और ऊधमपुर के मिलिट्री बेस पर पाकिस्तान का हमला: भारत
भारत का एयर डिफेंस सिस्टम बहुत अच्छा काम कर रहा : जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी
भारत ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का दिया करारा जवाब
ट्रेन में अजीब घटना: पत्नी के सामने युवक ने किया ऐसा, मच गया हंगामा
पाकिस्तानी ड्रोन से जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों पर हमला, भारतीय सुरक्षा बलों ने खतरों को किया निष्क्रिय