हरदोई जिले के शाहाबाद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की गहराई और इंसान के दर्द को उजागर किया है। एक पत्नी के कहे गए कड़वे शब्द, "जहर खा लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता", ने एक पति को आत्महत्या के रास्ते पर धकेल दिया।
एक मजदूर पति, जिसने 20 सालों तक शादी की और चार बच्चों की जिम्मेदारी उठाई, पत्नी की बेवफाई से इस कदर टूट गया कि उसने जहर पीकर अपनी जान दे दी। यह घटना तब सामने आई जब मृतक की पत्नी एक युवक के साथ भाग गई।
अस्पताल में, इस मजदूर पति ने खुद जहर खाने का कारण बताया, और उसकी बेटी ने भी इस बात की पुष्टि की। इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। दूसरे समुदाय के युवक के साथ भागने के कारण, बड़ी संख्या में लोग पुलिस थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और उन्होंने मांग की कि पत्नी और युवक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई में जुटी है। मृतक की तस्वीरें और अस्पताल में उपचार के दृश्य इस दुखद घटना की गंभीरता को दर्शाते हैं। पुलिस थाने पर जमा भीड़ लोगों के गुस्से और संवेदनशीलता को स्पष्ट रूप से दिखा रही है। उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने लाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
You may also like
सर्दियों में डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर नियंत्रण के उपाय
80 वर्षीय बुजुर्ग के साथ 9 करोड़ रुपये की ठगी: डिजिटल धोखाधड़ी का मामला
पेशाब में झाग: स्वास्थ्य समस्याओं के संकेत और आवश्यक परीक्षण
वास्तु शास्त्र में काजल का महत्व: सकारात्मक ऊर्जा के लिए उपाय
आंध्र प्रदेश में नवविवाहित महिला की आत्महत्या: पति पर गंभीर आरोप