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हैदराबाद की आरएसबी रिटेल इंडिया का 500 करोड़ रुपये का IPO लाने का प्लान, SEBI के पास दाखिल किया DRHP

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हैदराबाद की परिधान रिटेल कंपनी आरएसबी रिटेल इंडिया लिमिटेड ने सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया है। कंपनी का यह आईपीओ 500 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 2.98 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री (OFS) का संयोजन होगा।



प्रमोटर्स और शेयरधारकओएफएस में जिन शेयरधारकों की हिस्सेदारी बिक्री के लिए आएगी उनमें पोट्टी वेंकटेश्वरलू, सीरना राजामौली, तिरुवीधुला प्रसाद राव, पोट्टी वेंकट साईं अभिनय, सीरना सुरेश, तिरुवीधुला राकेश, तिरुवीधुला केशव गुप्ता, मतुरु वेंकट लक्ष्मी सिंधु, गौरीशेट्टी ललिता और पोट्टी मालती लक्ष्मी कुमारी शामिल हैं।



फंड का उपयोगडीआरएचपी के अनुसार, आरएसबी रिटेल फ्रेश इश्यू से मिलने वाली रकम में से 275 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने या प्री-पेमेंट के लिए उपयोग करेगी। वहीं, 118 करोड़ रुपये नए स्टोर खोलने में लगाए जाएंगे, जो इसके ब्रांड्स आरएस ब्रदर्स और साउथ इंडिया शॉपिंग माल के तहत होंगे। बाकी रकम सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं में इस्तेमाल होगी।



कंपनी का बिजनेस विस्तार2008 में शामिल हुई यह कंपनी अपनी जड़ें 1999 में खोले गए पहले आर एस ब्रदर्स स्टोर (कोटी, हैदराबाद) से जोड़ती है। 31 मार्च 2025 तक आरएसबी रिटेल के पास 22 शहरों में 73 स्टोर थे, जिनमें इसके पाँच प्रमुख फॉर्मेट शामिल हैं- साउथ इंडिया शॉपिंग मॉल, आर.एस. ब्रदर्स, कांचीपुरम नारायणी सिल्क्स, डे रॉयल और वैल्यू ज़ोन हाइपर मार्ट।



वित्तीय प्रदर्शनFY25 में कंपनी ने 2,694 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो FY23 से FY25 के बीच 12.55% की CAGR दर्शाता है। कंपनी का शुद्ध लाभ (PAT) FY25 में 104.4 करोड़ रुपये रहा।



मार्केट आउटलुकटेक्नोपैक की रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में दक्षिण भारत का परिधान बाजार कुल भारतीय परिधान बाजार का 28% यानी 1,723 अरब रुपये का था। अनुमान है कि FY29 तक यह बाजार 12% CAGR की दर से बढ़कर 3,050 अरब रुपये का हो जाएगा।



बुक रनिंग लीड मैनेजर्सइस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड और आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड शामिल हैं।



(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)

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