भारत के डिजिटल पेमेंट सेक्टर में एक और बड़ी खबर सामने आई है. देश की प्रमुख फिनटेक कंपनी PhonePe को भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI से पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने का फुल लाइसेंस मिल गया है. इस लाइसेंस के बाद अब कंपनी उन 50 से ज्यादा फर्मों की लिस्ट में शामिल हो गई है जिन्हें RBI ने फाइनल अप्रूवल दिया है.
PhonePe को लगभग दो साल पहले प्रिंसिपल अप्रूवल मिला था. इसके बाद कंपनी लगातार सभी जरूरी शर्तें पूरी कर रही थी. अब जाकर RBI ने PhonePe को ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर फाइनल लाइसेंस जारी कर दिया है. इसका मतलब है कि अब PhonePe और ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद पेमेंट सॉल्यूशंस के साथ मार्केट में काम कर सकेगी.
PhonePe का नेटवर्ककंपनी ने कहा कि उसके पास इस समय 650 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर हैं. इतना बड़ा यूजर बेस भारत में किसी भी डिजिटल पेमेंट कंपनी के लिए बेहद खास माना जाता है. इसके अलावा PhonePe के पास 45 मिलियन यानी 4.5 करोड़ से ज्यादा मर्चेंट्स का नेटवर्क है. ये नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है और छोटे दुकानदारों से लेकर बड़े बिजनेस तक PhonePe को पेमेंट के लिए इस्तेमाल करते हैं.
ट्रांजैक्शन का रिकॉर्डPhonePe हर दिन करीब 360 मिलियन यानी 36 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है. ये आंकड़ा दिखाता है कि भारत में डिजिटल पेमेंट कितनी तेजी से बढ़ रहा है. सालाना स्तर पर PhonePe की कुल पेमेंट वैल्यू 150 ट्रिलियन रुपए से भी ज्यादा हो चुकी है. ये वैल्यू भारत की अर्थव्यवस्था के आकार को देखते हुए बहुत बड़ी है और इसमें PhonePe का रोल साफ नजर आता है.
PhonePe की योजनाकंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि अब वो ज्यादा से ज्यादा संस्थानों और संगठनों को सुरक्षित पेमेंट प्रोसेसिंग सॉल्यूशंस उपलब्ध कराएंगी. PhonePe का फोकस सिर्फ बड़े एंटरप्राइजेज तक सीमित नहीं है बल्कि छोटे और मिड लेवल बिजनेस को भी बेहतर सेवाएं देना है. PhonePe के मर्चेंट बिजनेस के चीफ बिजनेस ऑफिसर युवराज सिंह शेखावत ने कहा कि कंपनी स्थापित कारोबारियों और नए बिजनेसेज दोनों के साथ काम करने पर ध्यान दे रही है.
अन्य कंपनियां भी शामिलइस साल PhonePe के अलावा Pine Labs Online, Easebuzz, BharatPe और PayU जैसी कंपनियों को भी RBI से पेमेंट एग्रीगेटर का लाइसेंस मिला है. इसका मतलब है कि अब भारतीय डिजिटल पेमेंट इंडस्ट्री और ज्यादा मजबूत होगी और यूजर्स के पास सुरक्षित विकल्पों की संख्या भी बढ़ेगी.
क्यों जरूरी है ये कदमPhonePe के लिए ये लाइसेंस सिर्फ औपचारिकता नहीं बल्कि भरोसे की मुहर है. कंपनी अब और ज्यादा संस्थागत ग्राहकों को जोड़ सकेगी. इससे बिजनेस के लिए डिजिटल पेमेंट आसान और सुरक्षित होगा. खास बात यह है कि PhonePe जैसी कंपनियां भारत में फाइनेंशियल इकोसिस्टम को डिजिटल और पारदर्शी बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं.
PhonePe का RBI से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस हासिल करना भारत की फिनटेक इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा कदम है. इससे न सिर्फ कंपनी का भरोसा बढ़ा है बल्कि करोड़ों यूजर्स को भी फायदा होगा. आने वाले समय में डिजिटल पेमेंट का दायरा और भी तेजी से बढ़ेगा और PhonePe इसमें अग्रणी भूमिका निभाता नजर आएगा.
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