बीकानेर रोडवेज डिपो की बात करें, तो यहां से रोजाना बाहरी और लोकल रूटों पर 90 बसों का संचालन होता है। बसों में कई यात्री ऑनलाइन भुगतान का आग्रह करते हैं, लेकिन बस में मौजूद परिचालक टिकट का ऑनलाइन भुगतान नहीं लेकर नगद भुगतान के लिए जोर देते हैं। कई बार यात्रियों के पास नकद राशि पर्याप्त नहीं होने पर परिचालक और यात्रियों में विवाद भी होता है।
दूरगामी बसों और लोकल बसों में अलग-अलग व्यवस्था
बीकानेर से दूरगामी मार्गों पर जाने वाली बसों में क्यूआर कोड से भुगतान लिया जाता है। हालांकि, कई बार नेटवर्क की वजह से समस्या आती है। जबकि लोकल ग्रामीण रूट की बसों पर अक्सर ऑनलाइन भुगतान लेने को लेकर परिचालक और यात्रियों में विवाद होता है। परिचालकों का कहना है कि नेटवर्क की समस्या से भुगतान की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में कई बार यात्रियों के रुपए बीच में अटक जाते हैं। इस पर वे नकद भुगतान कर टिकट लेते हैं। गौरतलब है कि बीकानेर डिपो में कुल 90 बसें हैं। इनमें से 29 बसें अनुबंधित हैं। 90 बसों में से 10 बसें ग्रामीण रूट पर चलती हैं। डिपो की सभी बसों में परिचालकों को मशीनें आबंटित हैं, जिसमें क्यूआर कोड से भुगतान लेने की सुविधा है। अगर परिचालक क्यूआर कोड से भुगतान लेने से मना करते हैं, तो जांच कराई जाएगी।