गर्मी में पसीना आता है, बारिश में भीगते हैं, सर्दी में ठिठुरते हैं... दिलावर अंकल हम कब तक टीन शेड के नीचे पढ़ें... हम टीन शेड में बैठकर पढ़ते हैं, न बिजली है, न पंखा। आस-पास के घरों से पानी की बोतल लाते हैं। बारिश के दिनों में छुट्टी करनी पड़ती है। गर्मी में बेहाल हो जाते हैं और बैठने की जगह नहीं होती। स्कूल में स्थाई शिक्षक नहीं हैं, अस्थाई शिक्षक ही पढ़ाने आते हैं।
यह दर्द है वार्ड नंबर 33 स्थित अस्थाई स्कूल के बच्चों का। जिन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को पत्र लिखकर नए स्कूल भवन की मांग की है। बच्चों ने पूरी मासूमियत और भावुक शब्दों में यह पत्र लिखा है, जो व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है।यह स्कूल इलाके में अजय आहूजा स्कूल के नाम से जाना जाता है, लेकिन स्कूल के पास अपना भवन नहीं बच्चों ने अपील की है कि पास में खाली पड़ी जमीन पर स्कूल भवन बनाया जाए और स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति की जाए, ताकि वे भी सम्मानजनक माहौल में शिक्षा प्राप्त कर सकें।
स्कूल में नामांकित हैं 70 बच्चे
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई सालों से स्कूल की यही हालत है, लेकिन आज तक इसका कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ। अब अगर बच्चों की यह भावनात्मक अपील शिक्षा मंत्री तक पहुंचेगी तो शायद सिस्टम जागेगा और बच्चों को उनका हक मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में 70 बच्चे नामांकित हैं। पार्षद कमल कांत की मदद से यहां टीन शेड लगवाए गए हैं। जिससे बच्चे बैठ भी पा रहे हैं। कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा को भी स्कूल के लिए जमीन आवंटित करने और नया भवन बनाने के लिए लिखित में अनुरोध किया गया है।
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