दमोह। जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अनेक क्षेत्र जलमग्न है और नदी नाले उफान पर हैं जिले सतधरू,पंचम नगर और साजली डेम को जल के स्तर बढने के कारण खोला और बंद किया जा रहा है। दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर कहते हैं कि सभी विभागों को सर्तक किया गया है। किसी प्रकार की महामारी न फैले इसके लिये स्वास्थ्य विभाग,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,नगर पालिका परिषद एवं पंचायत को पल पल की स्थिति की निगरानी करने कहा गया है। आम नागरिकों से वह अपील करते हुये कहते हैं कि अगर कुछ समझ में आता है तो तत्काल सूचना दें। जल वाले क्षेत्र नदी,नाले,सरोवर,झरनों से दूर रहें आने वाली 13 जुलाई तक मौसम विभाग की चेतावनी है कि दमोह में भारी बारिश हो सकती है।
जिले में अब तक गिरा पानी-
दमोह जिले में इस वर्ष 1 जून से अभी तक 432.1 एमएम. अर्थात 17 इंच औसत वर्षा दर्ज हुई है, जो अभी तक गत वर्ष से 229.2 एमएम अर्थात 9.1 इंच अधिक है। इसी अवधि में गत वर्ष 202.9 एमएम अर्थात 7.9 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई थी। इस वर्ष अभी तक जिले में सबसे ज्यादा वर्षा दमोह और जबेरा में 521.0 एमएम. दर्ज की गई है।
भू-अभिलेख अधीक्षक ने बताया अभी तक जिले के दमोह वर्षामापी केन्द्र पर 521.0 एमएम., हटा 451.1 मि.मी., जबेरा में 521.0 एमएम पथरिया 432.0 एमएम., तेन्दूखेड़ा 387.2 एमएम, बटियागढ़ 349.0 एमएम तथा पटेरा में 364.0 एमएम., वर्षा दर्ज की गई है।
दैनिक वर्षा के तहत जिले में 10.2 एमएम. अर्थात 0.4 इंच वर्षा दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों के दौरान वर्षामापी केन्द्र दमोह में 21 एमएम हटा में 13.6 एमएम जबेरा में 11.0 एमएम. पथरिया 10.0 एमएम बटियागढ़ 4.0 एमएम तथा पटेरा में 12.0 एमएम वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत वार्षिक औसत वर्षा 1246.6 एमएम है।
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