औरैया, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh के औरैया जिले में मंगलवार को हुई बेमौसम बारिश और तेज हवाओं ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. दोपहर से लेकर देर रात तक चली बरसात और उसके बाद आए तूफान ने गन्ना, बाजरा और धान की खड़ी फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया. खेतों में पककर तैयार खड़ी फसलें जमीन पर गिर गईं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है.
बुधवार को जब मौसम साफ हुआ तो किसान खेतों में पहुंचे और अपनी फसलों की हालत देख चिंता में पड़ गए. किसानों का कहना है कि कई महीनों की मेहनत अब लगभग बर्बाद हो गई है. बारिश और हवाओं का सबसे ज्यादा असर गन्ने, धान और बाजरे की फसल पर पड़ा, वहीं सरसों की बुवाई भी प्रभावित हुई.
रोशगपुर गांव के किसान लल्लू ने बताया कि उन्होंने तीन बीघा खेत में धान की फसल बोई थी, जो कटाई के लिए तैयार थी. लेकिन तेज हवाओं और बारिश के चलते पूरी फसल गिर गई, जिससे करीब 40 प्रतिशत नुकसान हुआ है. सेंगनपुर निवासी धीरेंद्र उर्फ पलटू पहलवान ने बताया कि उनकी दो बीघा बाजरे की फसल में इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद थी, मगर मौसम की मार से उनकी सारी उम्मीदें टूट गईं. असेवा गांव निवासी शिवराम का कहना है कि बाजरे की फसल को करीब 30 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है.
गन्ने की कटाई की तैयारी शरद पूर्णिमा के बाद शुरू होनी थी, लेकिन समय से पहले आई बरसात और तेज हवाओं ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. अचानक हुए इस नुकसान ने ग्रामीण इलाकों के किसानों को आर्थिक संकट में डाल दिया है.
किसानों का कहना है कि यदि प्रशासन और कृषि विभाग जल्द ही मौके पर पहुंचकर नुकसान का सर्वे करें और मुआवजे की कार्रवाई शुरू करें तो उन्हें कुछ राहत मिल सकती है. फिलहाल किसान सरकारी मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं. अजीतमल उपजिलाधिकारी निखिल राजपूत ने बताया कि सर्वे करवाकर किसानों के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.
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(Udaipur Kiran) कुमार
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