भोपाल, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मध्य प्रदेश में बड़ी कार्रवाई करते हुए डब्बा ट्रेडिंग के नाम पर हवाला चैनल, क्रिप्टो करेंसी और ऑनलाइन सट्टेबाजी के आरोपियों की 34.36 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति कुर्क कर ली है। ईडी ने पूर्व में आरोपियों के यहां से नकदी, लग्जरी घड़ियां, सोने, हीरे के आभूषण, बैंक खाते और डीमैट खातों में जमा 24.13 करोड़ रुपये फ्रीज किए थे। इस तरह कुल 58.13 करोड़ की संपत्ति को ईडी ने आपराधिक आय माना है।
ईडी ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में जानकारी दी है कि डब्बा ट्रेडिंग मामले में यह कार्रवाई विशाल अग्निहोत्री, तरुण श्रीवास्तव, हितेश अग्रवाल, धर्मेश रजनीकांत त्रिवेदी, श्रीनिवासन रामासामी, करण सोलंकी, धवल देवराज जैन और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की है। इन सबकी 34.26 करोड़ रुपए मूल्य की चल और अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया गया है। यह कार्रवाई पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के अंतर्गत की गई है। इस कार्रवाई के पहले ईडी इनके यहां से आपत्तिजनक रिकॉर्ड, डिजिटल उपकरण, नकदी, चांदी, सोना और क्रिप्टोकरेंसी जब्त कर चुका है।
ईडी ने बताया है कि यह कार्रवाई इंदौर के लसूड़िया पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के बाद हुई जांच के आधार पर की गई थी। जांच से पता चला है कि आरोपी कई संस्थाओं और प्लेटफॉर्म वी मनी, वीएम ट्रेडिंग (मेसर्स स्टैंडर्ड ट्रेडर्स लिमिटेड), 11 स्टार्स, लोटस बुक 247, 8 स्टॉक हाइट्स, गोल्डमाइन, वर्टेक्स, गेम बेट लीग, आईबुल कैपिटल लिमिटेड, प्लेबुक, टारगेट एफएक्स, वर्ल्ड 777 और अन्य का संचालन कर रहे थे। वे अवैध डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी के संचालन में शामिल थे। इनके द्वारा निवेशकों और प्रतिभागियों से एकत्र धन को बैंक खातों, हवाला चैनलों और क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन के माध्यम से भेजा था।
9 माह से चल रही ईडी की जांच
दरअअसल, ईडी ने दिसंबर 2024, जून और जुलाई 2025 में इंदौर, भोपाल, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद में सर्चिंग की थी। जिसमें भारी मात्रा में आपत्तिजनक रिकॉर्ड, डिजिटल उपकरण, नकदी, चांदी, सोना और क्रिप्टोकरेंसी जब्त की गई थी। पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज बयानों से मनी मूवमेंट और प्रमोटरों, परिवार के सदस्यों और संबंधित संस्थाओं के नाम पर संपत्ति अर्जित करने में उनके उपयोग की पुष्टि हुई। इस मामले में नकदी, लग्जरी घड़ियां, सोने, हीरे के आभूषण, बैंक खाते और डीमैट खातों में जमा 24.13 करोड़ रुपये मूल्य की अपराध आय (पीओसी) पहले ही जब्त, फ्रीज कर दी गई है। इस प्रकार वर्तमान मामले में जब्त आपराधिक आय 58.39 करोड़ रुपये है, जिसकी जांच अभी चल रही है।
(Udaipur Kiran) तोमर
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