रांची, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) . Jharkhand की मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों पर सवाल उठाते हुए
Jharkhand के आंदोलनकारी रहे सूर्य सिंह बेसरा ने राज्य की दिशा को लेकर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने Monday को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि Jharkhand में नेतृत्व के अभाव में ज्वलंत मुद्दे लटक गए हैं. उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि तमाम समस्याओं का कैसे और कौन हल निकालेगा. उन्होंने कहा कि आज Jharkhand की राजनीति मुद्दाविहीन और मूल्यविहीन हो चुकी है.
आंदोलनों में सही नेतृत्व का अभाव है. इसके कारण ज्वलंत मुद्दे उलझकर लटक गए हैं.
बेसरा ने 10 बड़े सवाल उठाए हैं. इनमें पेसा कानून की नियमावली अब तक लागू न होना, जंगल-जमीन पर आदिवासियों के अधिकारों से वंचित किया जाना, सीएनटी-एसपीटी एक्ट के बावजूद जमीनों की सुरक्षा न होना, लैंड रेस्टोरेशन एक्ट पर कार्रवाई न होना और वन क्षेत्र में लगातार कमी जैसे अन्य कई गंभीर मुद्दे शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि 1932 की स्थानीय नीति, 77 प्रतिशत आरक्षण नीति, संथाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के बाद भी शिक्षा-साहित्यिक स्तर पर उपेक्षा और लगातार बदलती सरकारों के बावजूद Jharkhand की तस्वीर न बदलना चिंताजनक है.
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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