News India Live, Digital Desk: झारखंड के कोडरमा में एक दिल दहला देने वाली घटना, मंसूर आलम के आत्महत्या मामले ने इलाके में खूब सुर्खियां बटोरी हैं, और अब इस पर प्रशासन की सख्ती भी दिखने लगी है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, कोडरमा प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मामले में लापरवाही या उचित कार्रवाई न होने की आशंका को देखते हुए, तत्काल प्रभाव से दोनों थाना प्रभारियों (SHO) को हटा दिया गया है.मंसूर आलम आत्महत्या प्रकरण की गंभीरता को इसी बात से समझा जा सकता है कि सीधे-सीधे दो एसएचओ को हटाया जाना बताता है कि इस मामले में कई सवाल खड़े हुए हैं. अक्सर ऐसे मामलों में यह देखा जाता है कि पुलिस प्रशासन पर पीड़ितों को न्याय दिलाने और मामलों को सही तरीके से संभालने का दबाव होता है. किसी की आत्महत्या एक बेहद दुखद घटना होती है और उसके पीछे के कारणों और जिम्मेदार लोगों तक पहुंचना प्रशासन का काम होता है.यह प्रशासनिक कार्रवाई उन लोगों को भी एक संदेश देती है जो सोचते हैं कि गलत कामों या लापरवाह रवैये पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. इससे साफ है कि प्रशासन ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है और किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगा. कोडरमा में हुए इस बदलाव से स्थानीय लोगों के बीच भी काफी चर्चा है, और उम्मीद की जा रही है कि इससे मामले की जांच में तेज़ी आएगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा. अब आगे की जांच और क्या नए खुलासे करती है, यह देखना दिलचस्प होगा.
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