पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनता दल के साथ सीट बंटवारे की अनिश्चितता के बीच, कांग्रेस पार्टी ने अब तक 61 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पार्टी ने पहली सूची में 48 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे, जिसमें कई अनुभवी नेताओं के साथ युवाओं और महिलाओं को मौका दिया गया है।
मुख्य चेहरे और मजबूत दावेदार
कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को उनके गढ़ कुटुम्बा (अजा) सीट से उम्मीदवार बनाया है, जबकि विधायक दल के नेता शकील अहमद खान को कड़वा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। युवा कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास की बेटी अमिता भूषण बेगूसराय से अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में भागलपुर से अजीत कुमार शर्मा, सुलतानगंज से ललन यादव, और बिक्रम से बीजेपी से आए अनिल कुमार सिंह शामिल हैं। पार्टी ने अनुभवी नेता जलील मस्तान को अमौर से और शशांक शेखर को पटना साहिब से टिकट दिया है।
कांग्रेस की ओर से 61 सीटों पर
गठबंधन की पेचीदगियां
महागठबंधन के भीतर सीटों के तालमेल की आधिकारिक घोषणा में देरी के कारण, कांग्रेस और राजद के बीच कम से कम छह सीटों पर 'दोस्ताना' संघर्ष की स्थिति बन गई है। कहलगांव, सिकंदरा (अजा), और नारकटियागंज जैसी सीटों पर दोनों दलों के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है, हालांकि अंतिम समय में नाम वापसी की गुंजाइश बनी हुई है।
कांग्रेस ने इस बार सामाजिक समीकरणों और स्थानीय जनाधार पर जोर दिया है, और उसकी कोशिश है कि वह उन सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़े, जहां उसकी जीत की संभावना अधिक है। पार्टी की यह सूची राज्य में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के उसके संकल्प को दर्शाती है।
मुख्य चेहरे और मजबूत दावेदार
कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को उनके गढ़ कुटुम्बा (अजा) सीट से उम्मीदवार बनाया है, जबकि विधायक दल के नेता शकील अहमद खान को कड़वा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। युवा कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास की बेटी अमिता भूषण बेगूसराय से अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में भागलपुर से अजीत कुमार शर्मा, सुलतानगंज से ललन यादव, और बिक्रम से बीजेपी से आए अनिल कुमार सिंह शामिल हैं। पार्टी ने अनुभवी नेता जलील मस्तान को अमौर से और शशांक शेखर को पटना साहिब से टिकट दिया है।
कांग्रेस की ओर से 61 सीटों पर
गठबंधन की पेचीदगियां
महागठबंधन के भीतर सीटों के तालमेल की आधिकारिक घोषणा में देरी के कारण, कांग्रेस और राजद के बीच कम से कम छह सीटों पर 'दोस्ताना' संघर्ष की स्थिति बन गई है। कहलगांव, सिकंदरा (अजा), और नारकटियागंज जैसी सीटों पर दोनों दलों के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है, हालांकि अंतिम समय में नाम वापसी की गुंजाइश बनी हुई है।
कांग्रेस ने इस बार सामाजिक समीकरणों और स्थानीय जनाधार पर जोर दिया है, और उसकी कोशिश है कि वह उन सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़े, जहां उसकी जीत की संभावना अधिक है। पार्टी की यह सूची राज्य में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के उसके संकल्प को दर्शाती है।
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