मुंबई : दूसरे धर्म की सहकर्मी से रिश्ते के कारण मुंबई के केईएम अस्पताल में एक 26 वर्षीय डॉक्टर पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार, हमले के आरोपी डॉक्टर के महिला सहकर्मी के रिश्तेदार हैं, जो गैर धार्मिक बिरादरी में प्यार से नाखुश थे। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है। डॉक्टर की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
हाउस ऑफिसर के तौर पर कार्यरत थे डॉक्टर
नालासोपारा के रहने वाले डॉक्टर विशाल यादव रूस से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करके 2023 में भारत लौटे थे। वह केईएम अस्पताल के सीवीटीएस विभाग में हाउस ऑफिसर के तौर पर काम कर रहे थे। वहीं, उनकी दोस्ती हॉस्पिटल में सीवीटीएस डिपार्टमेंट में परफ्यूजनिस्ट के तौर पर काम करने वाली मुनज्जा खान से हो गई। डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और वे तीन महीने से व्हाट्सऐप और अन्य चैटिंग ऐप पर एक-दूसरे के संपर्क में थे। उनके बीच प्यार का यह रिश्ता गुप्त था। लेकिन फिर एक दिन मुनज्जा की छोटी बहन को इस रिश्ते के बार में पता चल गया। छोटी बहन ने रिश्ते के बारे में अपने भाइयों को बता दिया।
बुधवार को डॉक्टर पर हुआ हमला
बुधवार को जब डॉक्टर वार्ड नंबर 31 में ड्यूटी कर रहे थे तभी मुनज्जा के भाई समेत तीन लोगों ने उन्हें बाहर बुलाया। हमलावर उन्हें मामला सुलझाने के लिए अपने घर ले जाना चाहते थे। लेकिन डॉक्टर ने घर जाने से मना कर दिया और पहले मुनज़्ज़ा से बात करने को कहा। तभी अस्पताल के करीब तीनों लोगों ने डॉक्टर पर हमला बोल दिया। हाथापाई के दौरान, मुनज्जा के भाई फरीद खान ने कथित तौर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना के बाद, केईएम की महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉ. अमर आगमे ने कहा कि पिछले साल डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शनों के बाद से कैंपस की सुरक्षा में सुधार हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि लेकिन अभी भी चार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सुरक्षा कर्मियों की कमी बनी हुई है।
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