कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस से लेकर आम जनता तक को हैरान कर दिया। गरम रोटी को लेकर हुए पति-पत्नी के झगड़े ने इतना तूल पकड़ लिया कि पत्नी ने अपनी ही बेटी के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी। इस झूठे ड्रामे में पुलिस की तीन टीमें रातभर परेशान रहीं और घंटों बाद सच्चाई सामने आई तो सब दंग रह गए। अब इस घटना की चर्चा हो रही है। बच्ची अपने पिता के साथ पाई गई। महिला को उसे पिता के साथ भेजा गया है।
क्या है मामला?मामला कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन की है। जानकारी के मुताबिक, बिहार के पूर्णिया जिले के जलालगढ़ निवासी कल्पना की शादी करीब पांच साल पहले कन्नौज जिले के बरौली परतीतपुरवा गांव के रहने वाले राजेश राजपूत से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। इनमें एक चार साल का बेटा पप्पू और तीन साल की एक बेटी है। तीन दिन पहले पति-पत्नी के बीच गरम रोटी को लेकर झगड़ा हो गया। मामूली कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि पत्नी कल्पना घर छोड़ने का फैसला कर बैठी।
नाराज कल्पना ने अपने पिता को फोन कर बुलाया और एक योजना के तहत पति को सबक सिखाने की ठान ली। रात को जब पति राजेश सो गया। इसके बाद कल्पना ने अपनी तीन साल की बेटी को घर पर छोड़ दिया। चार साल के बेटे को साथ लेकर घर से निकल गई। देर रात वह कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंची।
आधी रात को पुलिस कंट्रोल रूम में फोनशनिवार की रात करीब 2:15 बजे कल्पना ने 112 नंबर पर फोन करके कहा कि उसकी तीन साल की बेटी का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है। फोन मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई। पूरे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। प्लेटफॉर्म नंबर 9 से लेकर आसपास के इलाकों तक कड़ी तलाशी अभियान शुरू हुआ। यात्रियों से पूछताछ की गई, स्टेशन के हर कोने की छानबीन की गई।
120 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गएपुलिस ने स्टेशन और आसपास के 120 से अधिक CCTV फुटेज करीब छह घंटे तक खंगाले। लेकिन, कहीं भी बच्ची के अपहरण का कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच पुलिस ने महिला से बार-बार पूछताछ की। उसके बयान लगातार बदलते रहे, जिससे अधिकारियों को शक हुआ। शक गहराने पर पुलिस की एक टीम कन्नौज के बरौली परतीतपुरवा गांव में राजेश राजपूत के घर पहुंची।
पुलिस को वहां जाकर जो नजारा दिखा, उसने टीम को भी चौंका दिया। जिस बच्ची के अपहरण की बात कही गई थी, वह अपने पिता के साथ घर में खेल रही थी। इस तरह सारा मामला खुल गया। पता चला कि पत्नी ने पति को फंसाने के इरादे से झूठी सूचना दी थी।
पुलिस का आया बयानजीआरपी प्रभारी ने बताया कि महिला ने अपने पति से हुए विवाद के बाद झूठी कहानी गढ़ी थी। उसने झूठा कॉल कर पुलिस को गुमराह किया। बाद में बच्ची को सुरक्षित उसकी मां को सौंप दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में महिला को समझाया। उसके पिता के साथ वापस बिहार रवाना कर दिया गया।
क्या है मामला?मामला कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन की है। जानकारी के मुताबिक, बिहार के पूर्णिया जिले के जलालगढ़ निवासी कल्पना की शादी करीब पांच साल पहले कन्नौज जिले के बरौली परतीतपुरवा गांव के रहने वाले राजेश राजपूत से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। इनमें एक चार साल का बेटा पप्पू और तीन साल की एक बेटी है। तीन दिन पहले पति-पत्नी के बीच गरम रोटी को लेकर झगड़ा हो गया। मामूली कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि पत्नी कल्पना घर छोड़ने का फैसला कर बैठी।
नाराज कल्पना ने अपने पिता को फोन कर बुलाया और एक योजना के तहत पति को सबक सिखाने की ठान ली। रात को जब पति राजेश सो गया। इसके बाद कल्पना ने अपनी तीन साल की बेटी को घर पर छोड़ दिया। चार साल के बेटे को साथ लेकर घर से निकल गई। देर रात वह कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंची।
आधी रात को पुलिस कंट्रोल रूम में फोनशनिवार की रात करीब 2:15 बजे कल्पना ने 112 नंबर पर फोन करके कहा कि उसकी तीन साल की बेटी का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है। फोन मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई। पूरे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। प्लेटफॉर्म नंबर 9 से लेकर आसपास के इलाकों तक कड़ी तलाशी अभियान शुरू हुआ। यात्रियों से पूछताछ की गई, स्टेशन के हर कोने की छानबीन की गई।
120 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गएपुलिस ने स्टेशन और आसपास के 120 से अधिक CCTV फुटेज करीब छह घंटे तक खंगाले। लेकिन, कहीं भी बच्ची के अपहरण का कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच पुलिस ने महिला से बार-बार पूछताछ की। उसके बयान लगातार बदलते रहे, जिससे अधिकारियों को शक हुआ। शक गहराने पर पुलिस की एक टीम कन्नौज के बरौली परतीतपुरवा गांव में राजेश राजपूत के घर पहुंची।
पुलिस को वहां जाकर जो नजारा दिखा, उसने टीम को भी चौंका दिया। जिस बच्ची के अपहरण की बात कही गई थी, वह अपने पिता के साथ घर में खेल रही थी। इस तरह सारा मामला खुल गया। पता चला कि पत्नी ने पति को फंसाने के इरादे से झूठी सूचना दी थी।
पुलिस का आया बयानजीआरपी प्रभारी ने बताया कि महिला ने अपने पति से हुए विवाद के बाद झूठी कहानी गढ़ी थी। उसने झूठा कॉल कर पुलिस को गुमराह किया। बाद में बच्ची को सुरक्षित उसकी मां को सौंप दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में महिला को समझाया। उसके पिता के साथ वापस बिहार रवाना कर दिया गया।
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