फरीदाबाद: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा का जोरदार स्वागत करने की तैयारियां चल रही हैं। यह यात्रा 8 और 9 नवंबर को शहर से गुजरेगी। इसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। इस दौरान सुरक्षा, भोजन और ठहरने की व्यापक व्यवस्था की जा रही है। धार्मिक और सामाजिक संस्थाएं मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने में जुटी हैं।
क्या होगा यात्रा रूट?
दरअसल पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा 8 नवंबर को मांगर कट के रास्ते फरीदाबाद में प्रवेश करेगी। यात्रा के दौरान पाली चौक के आगे बायोमेडिकल कॉलेज में दोपहर का भोजन होगा। इसके बाद यात्रा बड़खल-पाली मार्ग से होते हुए मस्जिद चौक, ईएसआई चौक से गुजरकर एनआईटी दशहरा मैदान पहुंचेगी। यहीं पर श्रद्धालुओं के लिए रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था की गई है। इस यात्रा में 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
ये महकमा अलर्ट पर
इस बड़े आयोजन को देखते हुए जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस विभाग, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और दमकल विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं। यात्रा के मार्गों पर लाइटिंग, ध्वज और स्वागत द्वार लगाए जा रहे हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि 8 और 9 नवंबर को यात्रा के रूट को ध्यान में रखकर ही अपने गंतव्य के लिए निकलें, क्योंकि इन रास्तों पर जाम लग सकता है।
यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल
एनआईटी पांच स्थित श्रीराधेश्वर के महंत मुनिराज महाराज ने बताया कि पूरे शहर में यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल है। मंदिर के सेवादार और शिष्य वर्ग भी इस यात्रा में शामिल होंगे। एनआईटी दशहरा मैदान में 10 हजार से अधिक पदयात्रियों के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था की जा रही है। यात्रा के सभी मार्गों को ध्वज और स्वागत द्वार से सजाया जा रहा है।
यात्रा के मायने?
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के पंकज जैन ने कहा कि यह यात्रा धार्मिक सौहार्द और एकजुटता का प्रतीक बनेगी। यात्रा के दौरान कई जगहों पर पदयात्रियों के लिए जलपान और प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस प्रशासन और विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाएं मिलकर इस यात्रा की व्यवस्थाओं को संभालने में जुटी हैं। यह आयोजन फरीदाबाद में एकता और भाईचारे का संदेश देगा।
क्या होगा यात्रा रूट?
दरअसल पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा 8 नवंबर को मांगर कट के रास्ते फरीदाबाद में प्रवेश करेगी। यात्रा के दौरान पाली चौक के आगे बायोमेडिकल कॉलेज में दोपहर का भोजन होगा। इसके बाद यात्रा बड़खल-पाली मार्ग से होते हुए मस्जिद चौक, ईएसआई चौक से गुजरकर एनआईटी दशहरा मैदान पहुंचेगी। यहीं पर श्रद्धालुओं के लिए रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था की गई है। इस यात्रा में 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
ये महकमा अलर्ट पर
इस बड़े आयोजन को देखते हुए जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस विभाग, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और दमकल विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं। यात्रा के मार्गों पर लाइटिंग, ध्वज और स्वागत द्वार लगाए जा रहे हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि 8 और 9 नवंबर को यात्रा के रूट को ध्यान में रखकर ही अपने गंतव्य के लिए निकलें, क्योंकि इन रास्तों पर जाम लग सकता है।
यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल
एनआईटी पांच स्थित श्रीराधेश्वर के महंत मुनिराज महाराज ने बताया कि पूरे शहर में यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल है। मंदिर के सेवादार और शिष्य वर्ग भी इस यात्रा में शामिल होंगे। एनआईटी दशहरा मैदान में 10 हजार से अधिक पदयात्रियों के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था की जा रही है। यात्रा के सभी मार्गों को ध्वज और स्वागत द्वार से सजाया जा रहा है।
यात्रा के मायने?
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के पंकज जैन ने कहा कि यह यात्रा धार्मिक सौहार्द और एकजुटता का प्रतीक बनेगी। यात्रा के दौरान कई जगहों पर पदयात्रियों के लिए जलपान और प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस प्रशासन और विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाएं मिलकर इस यात्रा की व्यवस्थाओं को संभालने में जुटी हैं। यह आयोजन फरीदाबाद में एकता और भाईचारे का संदेश देगा।





