पटना : खान सर बिहार ही नहीं, कई प्रदेश के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में मदद करते हैं। खान सर यूट्यूबर और एक चर्चित शिक्षक हैं। खान सर के बयान को लोग सोशल मीडिया पर काफी पसंद करते हैं। खान सर का क्लास में बच्चों के बीच दिया गया नेताओं को लेकर बयान इन दिनों वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। हजारों की संख्या में लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। खान सर ने बताया है कि बिहार का नेता कैसा होना चाहिए। बिहार का लीडर कैसा होता है। खान सर ने ये भी बताया है कि किस टाइप के नेता को लोग पसंद करते हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि बिहार के लोगों को कैसा नेता पसंद है और किसे वो नेता बनाते हैं। आइए जानते हैं, खान सर ने क्या कहा?
पैरवी करने वाला नेता- खान सर
खान सर ने बच्चों को क्लास में समझाते हुए कहा कि जिस टाइप का मेजॉरिटी में समाज है, उसी टाइप का नेता आएगा। समाज ही चुनता है। ऐसा नहीं है कि कोई करप्ट नेता है तो उसके क्षेत्र के सारे लोग करप्ट हैं। उस नेता की मानसिकता को पसंद करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। मेंटालिटी वही है। बिहार के लोगों को कैसा नेता चाहिए। कहीं गाली देकर आएं। कहीं मार पीट करके आएं। नेता उनका नाम पुलिस की एफआईआर से हटा दे, बाकी इनको कुछ नहीं है। कहीं सरकारी जमीन पर कब्जा करना है, तो नेताजी मदद कर दें। और वहां पे लोगों को कुछ नहीं चाहिए।
बिहार को कैसा नेता चाहिए?
खान सर ने आगे कहा कि बिहार में कैसा नेता चाहिए, पता है। मोटरसाइकिल पकड़ा गया तो मंत्री को फोन कर दिया। मंत्री जी मोटरसाइकिल पकड़ा गया है। फोन दो। ऐ छोड़ देना जी, अपने आदमी है। बस। ऐसी मेंटालिटी चाहिए। हम लोगों को बाहर में क्यों गरियाता है सब। काहे हम लोगों को एतना गरियाते फिरता है, यही सब कारण है। अपने यहां का नेता भी इतना फुरसतिया रहता है कि जिसका कोई हिसाब नहीं है। उनकी उतनी मेंटालिटी है नहीं कि कोई बड़ा काम कर सकें। न कोई टाउनशिप बसा सकते हैं। नोएडा जैसा शहर बसा सकते हैं। न कोई आईटी पार्क बना सकते हैं। इनके औकात से बाहर की चीज है ये। यही सब इ लोग करबे करेगा। ऐ एफआईआर हो गया है, छोड़ दो। गाड़ी पकड़ा गया है, छोड़ दो। नहीं समझे। समझ गए न।
लोगों की प्रतिक्रिया
खान सर के इस वीडियो को लोगों ने समर्थन दिया है। एक यूजर ने लिखा है कि आपकी बातों में दम है। हमारे देश में जो महापुरुष हैं, उनके जीवन की कहानी पढ़ने के बाद इंसान की सोच में परिवर्तन हो सकता है। शिक्षा में इसका सकारात्मक उपयोग नहीं होता है। कुछ लोगों ने कहा है कि बिहार में नेता लोग सिर्फ जातिवाद करते हैं। बिहार के विकास से कोई मतलब नहीं है। लोगों ने खान सर को सपोर्ट करते हुए कहा है कि आप बिल्कुल सही बात कर रहे हैं। बिहार में नेताओं का यही हाल है। उन्हें झंडा ढोने वाले लोग चाहिए। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है।
पैरवी करने वाला नेता- खान सर
खान सर ने बच्चों को क्लास में समझाते हुए कहा कि जिस टाइप का मेजॉरिटी में समाज है, उसी टाइप का नेता आएगा। समाज ही चुनता है। ऐसा नहीं है कि कोई करप्ट नेता है तो उसके क्षेत्र के सारे लोग करप्ट हैं। उस नेता की मानसिकता को पसंद करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। मेंटालिटी वही है। बिहार के लोगों को कैसा नेता चाहिए। कहीं गाली देकर आएं। कहीं मार पीट करके आएं। नेता उनका नाम पुलिस की एफआईआर से हटा दे, बाकी इनको कुछ नहीं है। कहीं सरकारी जमीन पर कब्जा करना है, तो नेताजी मदद कर दें। और वहां पे लोगों को कुछ नहीं चाहिए।
बिहार को कैसा नेता चाहिए?
खान सर ने आगे कहा कि बिहार में कैसा नेता चाहिए, पता है। मोटरसाइकिल पकड़ा गया तो मंत्री को फोन कर दिया। मंत्री जी मोटरसाइकिल पकड़ा गया है। फोन दो। ऐ छोड़ देना जी, अपने आदमी है। बस। ऐसी मेंटालिटी चाहिए। हम लोगों को बाहर में क्यों गरियाता है सब। काहे हम लोगों को एतना गरियाते फिरता है, यही सब कारण है। अपने यहां का नेता भी इतना फुरसतिया रहता है कि जिसका कोई हिसाब नहीं है। उनकी उतनी मेंटालिटी है नहीं कि कोई बड़ा काम कर सकें। न कोई टाउनशिप बसा सकते हैं। नोएडा जैसा शहर बसा सकते हैं। न कोई आईटी पार्क बना सकते हैं। इनके औकात से बाहर की चीज है ये। यही सब इ लोग करबे करेगा। ऐ एफआईआर हो गया है, छोड़ दो। गाड़ी पकड़ा गया है, छोड़ दो। नहीं समझे। समझ गए न।
लोगों की प्रतिक्रिया
खान सर के इस वीडियो को लोगों ने समर्थन दिया है। एक यूजर ने लिखा है कि आपकी बातों में दम है। हमारे देश में जो महापुरुष हैं, उनके जीवन की कहानी पढ़ने के बाद इंसान की सोच में परिवर्तन हो सकता है। शिक्षा में इसका सकारात्मक उपयोग नहीं होता है। कुछ लोगों ने कहा है कि बिहार में नेता लोग सिर्फ जातिवाद करते हैं। बिहार के विकास से कोई मतलब नहीं है। लोगों ने खान सर को सपोर्ट करते हुए कहा है कि आप बिल्कुल सही बात कर रहे हैं। बिहार में नेताओं का यही हाल है। उन्हें झंडा ढोने वाले लोग चाहिए। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है।
You may also like

अमरोहा: गंगा मेले में ड्यूटी से गायब चार दरोगा समेत 12 पुलिसकर्मी निलंबित, 27 अन्य अफसरों को कारण बताओ नोटिस

Bihar Election 2025: महात्मा गांधी के परपोते ने किया कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार का किया समर्थन

जेएनयूएसयू चुनाव: एबीवीपी ने घोषित किए प्रत्याशी, लेफ्ट की नाकामी पर हमला

गाजियाबाद में BJP पार्षद शीतल चौधरी पर फायरिंग, कार पर गोली चलाकर भागे बाइक सवार, हमलावरों को तलाश रही पुलिस

IND vs AUS Weather Report: महिला विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में भिड़ेंगे भारत-ऑस्ट्रेलिया, जानिए मैच में बारिश होगी या नहीं




