आर्टिफिशियल इटेंलिजेंस (AI) का नाम अभी कई लोगों के लिए नया हो सकता है, लेकिन प्रोफेशनल्स के लिए यह नया नहीं रह गया है। एआई ने ऑफिस के कामों को रीशेप कर दिया है। जानकारों का मानना है कि एआई अगले 5 सालों में प्रोफेशलन लाइफ का पूरा काया पलट कर देगा। कई रिपोर्ट्स में भी 2030 तक कई बड़े बदलाव होंगे, मगर ये बदलाव कैसे होंगे? आइए समझते हैं।
इन बदलावों को पहचानकर अगर आपने अपनाया नहीं तो सक्सेस की रेस में पीछे रह जाना तय है। ऑटोमेशन, वर्क फ्लो और डेटा मैनेजमेंट के साथ प्रोफेशनल लाइफ के ट्रांसफॉर्मेशन को समझना आपके लिए जरूरी है। इसके लिए एआई पूरी से तरह से सीखने की तैयारी कर लीजिए। बदलते जॉब मार्केट में टिके रहने में NBT Upskill AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉपकाफी मदद कर सकती है। अभी रजिस्टर करके खुद को अपग्रेड करें।
एआई से कैसे बदलेगा ऑफिस वर्कएआई का प्रोफेशनल लाइफ पर होने वाला असर आगे चलकर वर्किंग पैटर्न भी बदल देगा। काम में एक्सेल करने के लिए इसके असर को समझ लीजिए। अगर यहां बताई गई 10 बातें समझ ली तो एआई दुश्मन नहीं, दोस्त लगने लगेगा।
1. कम्युनिकेशन होगा परफेक्टएआई-ड्रिवेन राइटिंग असिस्टेंट्स के साथ कम्युनिकेशन में कोई कमी नहीं रहती है। सबकुछ बिना गलती के साफ-साफ लिखा और फिर बोला जाता है। ईमेल कम्युनिकेशन भी क्लियर होता है। एआई टूल टोन, स्ट्रक्चर और सही शब्दों के चुनाव को ऐसे तय करता है कि बिजनेस कम्युनिकेशन बेहद सटीक रहता है। यह आने वाले सालों में पूरी तरह से काम का हिस्सा बन जाएगा।
2. पर्सलन वर्कफ्लोहर कर्मचारी की व्यक्तिगत खासियतें होती हैं। एआई इनको ध्यान में रखते हुए काम, शेड्यूल और प्रोजेक्ट रिसोर्स का निर्धारण करता है। इस तरह से वर्कफ्लो स्मूथ रहता है और रिजल्ट बेहतर मिलते हैं।
3. सुरक्षित डेटाकिसी भी कंपनी के लिए उसका डेटा जरूरी संपत्ति जैसा होता है। एआई साइबर सिक्योरिटी के साथ इस डेटा का पूरा ध्यान रखता है। यह ह्यूमन आईटी टीम के मुकाबले ज्यादा सटीक माना जाता है।
4. सही निर्णय लेने की क्षमताएआई रियल टाइम में डेटा का विश्लेषण करके सही निर्णय लेने में मदद करता है। इस तरह से बिजनेस की प्लानिंग और बजटिंग भी बिलकुल सही हो पाती है।
5. काम में अपस्केलिंगजो कर्मचारी खुद को अपडेट रखने के लिए कोर्स करना चाहते हैं एआई उनकी भी मदद करता है। यह ऑनलाइन कोर्स, ट्यूटोरियल और ट्रेनिंग मॉड्यूल के साथ परफॉर्मेंस गैप को कम करता है।
एआई का साथ है जरूरीऊपर बताए गए बदलावों को जानकार यह तो समझ आता है कि एआई काम का है। अगर करियर के नजरिए से अभी भी एआई को अपनाने का निर्णय नहीं ले पा रहे हैं तो कुछ खास वजहें यह रहीं।
6. जॉब मार्केटप्रोफेशनल लाइफ में जॉब मार्केट पर ध्यान देना जरूरी होता है। नियोक्ता अब ऐसे कमर्चारी चुनना चाहते हैं जिन्हें एआई टूल की अच्छी समझ हो। आप भी जॉब मार्केट के हिसाब से चलने के लिए एआई को अपना साथी बना लीजिए।
7. ऑफिस टूलएआई ऐसा टूल है जो हर ऑफिस टूल के साथ इंटीग्रेट हो जाता है। फिर चाहे वर्ड हो या एक्सेल या फिर तरह-तरह के ऐप। एक समय बाद एआई का इस्तेमाल सिंपल इंटरनेट इस्तेमाल करने जितना जरूरी हो जाएगा।
8. बेसिक स्किलएआई टूल की समझ एक समय के बाद उतनी ही जरूरी होगी, जितनी कुछ सालों पहले तक कम्प्यूटर की अहमियत थी। जैसे कम्प्यूटर न आने को कमी माना जाता है, वैसे ही अगले कुछ सालों में एआई को लेकर भी यही माना जाएगा। इसे बेसिक स्किल वाली कैटेगरी में रखा जाएगा।
9. प्रोडक्टिव वर्क स्पेसएआई के चलते वर्क स्पेस को ज्यादा प्रोडक्टिव बनाने का विकल्प भी हमारे सामने होगा। दरअसल इस टूल के साथ अपनी क्षमताओं को बढ़ाया जा सकता है, इससे उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिल सकती है। जैसे फैक्ट्री में एआई-ड्रिवेन प्रोडक्शन और मेंटेनेंस होगा तो काम बेहतर होगा ही।
10. बढ़ेगी क्रिएटिविटीएआई ह्यूमन थिंकिंग के मुकाबले ज्यादा तेज और हटकर आईडिया क्रिएट कर सकता है। इसे ड्राफ्ट बनाने के साथ दूसरे कई कामों में इस्तेमाल करके बेस्ट रिजल्ट पाए जा सकते हैं। इस तरह से आप हायर-लेवल इनोवेशन पर भी ध्यान दे पाएंगे और क्रिएटिविटी एआई देख लेगा।
इन बदलावों को पहचानकर अगर आपने अपनाया नहीं तो सक्सेस की रेस में पीछे रह जाना तय है। ऑटोमेशन, वर्क फ्लो और डेटा मैनेजमेंट के साथ प्रोफेशनल लाइफ के ट्रांसफॉर्मेशन को समझना आपके लिए जरूरी है। इसके लिए एआई पूरी से तरह से सीखने की तैयारी कर लीजिए। बदलते जॉब मार्केट में टिके रहने में NBT Upskill AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉपकाफी मदद कर सकती है। अभी रजिस्टर करके खुद को अपग्रेड करें।
एआई से कैसे बदलेगा ऑफिस वर्कएआई का प्रोफेशनल लाइफ पर होने वाला असर आगे चलकर वर्किंग पैटर्न भी बदल देगा। काम में एक्सेल करने के लिए इसके असर को समझ लीजिए। अगर यहां बताई गई 10 बातें समझ ली तो एआई दुश्मन नहीं, दोस्त लगने लगेगा।
1. कम्युनिकेशन होगा परफेक्टएआई-ड्रिवेन राइटिंग असिस्टेंट्स के साथ कम्युनिकेशन में कोई कमी नहीं रहती है। सबकुछ बिना गलती के साफ-साफ लिखा और फिर बोला जाता है। ईमेल कम्युनिकेशन भी क्लियर होता है। एआई टूल टोन, स्ट्रक्चर और सही शब्दों के चुनाव को ऐसे तय करता है कि बिजनेस कम्युनिकेशन बेहद सटीक रहता है। यह आने वाले सालों में पूरी तरह से काम का हिस्सा बन जाएगा।
2. पर्सलन वर्कफ्लोहर कर्मचारी की व्यक्तिगत खासियतें होती हैं। एआई इनको ध्यान में रखते हुए काम, शेड्यूल और प्रोजेक्ट रिसोर्स का निर्धारण करता है। इस तरह से वर्कफ्लो स्मूथ रहता है और रिजल्ट बेहतर मिलते हैं।
3. सुरक्षित डेटाकिसी भी कंपनी के लिए उसका डेटा जरूरी संपत्ति जैसा होता है। एआई साइबर सिक्योरिटी के साथ इस डेटा का पूरा ध्यान रखता है। यह ह्यूमन आईटी टीम के मुकाबले ज्यादा सटीक माना जाता है।
4. सही निर्णय लेने की क्षमताएआई रियल टाइम में डेटा का विश्लेषण करके सही निर्णय लेने में मदद करता है। इस तरह से बिजनेस की प्लानिंग और बजटिंग भी बिलकुल सही हो पाती है।
5. काम में अपस्केलिंगजो कर्मचारी खुद को अपडेट रखने के लिए कोर्स करना चाहते हैं एआई उनकी भी मदद करता है। यह ऑनलाइन कोर्स, ट्यूटोरियल और ट्रेनिंग मॉड्यूल के साथ परफॉर्मेंस गैप को कम करता है।
एआई का साथ है जरूरीऊपर बताए गए बदलावों को जानकार यह तो समझ आता है कि एआई काम का है। अगर करियर के नजरिए से अभी भी एआई को अपनाने का निर्णय नहीं ले पा रहे हैं तो कुछ खास वजहें यह रहीं।
6. जॉब मार्केटप्रोफेशनल लाइफ में जॉब मार्केट पर ध्यान देना जरूरी होता है। नियोक्ता अब ऐसे कमर्चारी चुनना चाहते हैं जिन्हें एआई टूल की अच्छी समझ हो। आप भी जॉब मार्केट के हिसाब से चलने के लिए एआई को अपना साथी बना लीजिए।
7. ऑफिस टूलएआई ऐसा टूल है जो हर ऑफिस टूल के साथ इंटीग्रेट हो जाता है। फिर चाहे वर्ड हो या एक्सेल या फिर तरह-तरह के ऐप। एक समय बाद एआई का इस्तेमाल सिंपल इंटरनेट इस्तेमाल करने जितना जरूरी हो जाएगा।
8. बेसिक स्किलएआई टूल की समझ एक समय के बाद उतनी ही जरूरी होगी, जितनी कुछ सालों पहले तक कम्प्यूटर की अहमियत थी। जैसे कम्प्यूटर न आने को कमी माना जाता है, वैसे ही अगले कुछ सालों में एआई को लेकर भी यही माना जाएगा। इसे बेसिक स्किल वाली कैटेगरी में रखा जाएगा।
9. प्रोडक्टिव वर्क स्पेसएआई के चलते वर्क स्पेस को ज्यादा प्रोडक्टिव बनाने का विकल्प भी हमारे सामने होगा। दरअसल इस टूल के साथ अपनी क्षमताओं को बढ़ाया जा सकता है, इससे उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिल सकती है। जैसे फैक्ट्री में एआई-ड्रिवेन प्रोडक्शन और मेंटेनेंस होगा तो काम बेहतर होगा ही।
10. बढ़ेगी क्रिएटिविटीएआई ह्यूमन थिंकिंग के मुकाबले ज्यादा तेज और हटकर आईडिया क्रिएट कर सकता है। इसे ड्राफ्ट बनाने के साथ दूसरे कई कामों में इस्तेमाल करके बेस्ट रिजल्ट पाए जा सकते हैं। इस तरह से आप हायर-लेवल इनोवेशन पर भी ध्यान दे पाएंगे और क्रिएटिविटी एआई देख लेगा।
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