वाशिंगटन, 26 अक्टूबर . अमेरिका के President डोनाल्ड ट्रंप का मलेशिया आगमन होने पर उनका भव्य तरीके से स्वागत किया गया. ट्रंप अमेरिका के तीसरे President हैं, जिन्होंने मलेशिया का दौरा किया. इससे पहले पूर्व President बराक ओबामा ने 2014 में और लिंडन जॉनसन ने 1966 में मलेशिया का दौरा किया था.
अमेरिकी President का कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर मलेशियाई अधिकारियों और दर्शकों की भीड़ ने स्वागत किया. इस मौके पर मलेशिया के पारंपरिक डांस के साथ President का स्वागत हुआ. रेड कार्पेट पर अमेरिकी President भी डांस कर रहे कलाकारों के साथ थिरकने लगे.
इस समिट में जाने का मुख्य कारण कंबोडिया और थाईलैंड के साथ हुए युद्धविराम के समझौते पर हस्ताक्षर करना है.
President ट्रंप ने Saturday देर शाम एयर फोर्स वन से मलेशिया रवाना होने से पहले अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया, “मैं मलेशिया जा रहा हूं, जहां मैं उस महान शांति समझौते पर हस्ताक्षर करूंगा, जिसकी मध्यस्थता मैंने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच गर्व से की थी. दुख की बात है कि थाईलैंड की राजमाता का हाल ही में निधन हो गया. मैं थाईलैंड के महान लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”
उन्होंने आगे कहा कि वहां पहुंचने पर मैं उनके अद्भुत Prime Minister से मिलूंगा. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सभी की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए हम पहुंचते ही शांति समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. जल्द ही मिलते हैं!
बता दें, थाईलैंड के Prime Minister अनुतिन चार्नविराकुल ने मीडिया से कहा, “मैंने आज मलेशिया की अपनी यात्रा रद्द कर दी है. हालांकि, मलेशिया के Prime Minister और अमेरिकी President के साथ थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शांति समझौते के संबंध में, मैंने उनसे इसे कल सुबह के लिए पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया है.”
थाईलैंड की पूर्व रानी सिरीकित का 24 अक्टूबर की देर रात 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया. Prime Minister कार्यालय के Governmentी जनसंपर्क विभाग ने Saturday को यह घोषणा की थी.
दरअसल, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तनाव जुलाई में सैन्य झड़प में बदल गया, जिसमें 40 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 300,000 लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.
पांच दिनों की लड़ाई के बाद दोनों पक्ष युद्धविराम पर सहमत हुए, जिसकी मध्यस्थता आंशिक रूप से अमेरिकी President ट्रंप ने की थी. तब से एक-दूसरे पर युद्धविराम उल्लंघन के आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे हैं.
शाही परिवार थाईलैंड में पूजनीय है. कई लोग इसे अर्ध-दैवीय व्यक्तित्व मानते हैं और मीडिया में इसकी खूब चर्चा होती है. देशभर में सार्वजनिक स्थानों और निजी घरों में सोने से सजे चित्र लगे होते हैं.
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केके/वीसी
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