मास्को, 1 अक्टूबर . भारत-रूस की अहम बैठक मास्को में आयोजित की गई. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर ने किया, जबकि रूसी पक्ष का नेतृत्व सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने किया.
मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने Wednesday को एक्स पर पोस्ट किया, “उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर ने मास्को में रूसी सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव के साथ Pakistan और अफगानिस्तान पर छठे भारत-रूस विशेष तंत्र (इंडिया-रशिया स्पेशल मैकेनिज्म ऑन Pakistan एंड अफगानिस्तान) की बैठक की. यहां, भारत-रूस विशिष्ट एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के ढांचे में वर्तमान संघर्षों और क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई.”
अगस्त में, अपनी रूस यात्रा के दौरान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मास्को में रूस के प्रथम उप Prime Minister डेनिस मंटुरोव से मुलाकात की थी और दोनों देशों के बीच गहरी होती रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया था.
बैठक के दौरान, डोभाल और मंटुरोव ने सैन्य-तकनीकी सहयोग से लेकर नागरिक उड्डयन, धातु विज्ञान और रासायनिक उद्योग जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं तक, कई व्यापक मुद्दों पर चर्चा की थी.
एनएसए डोभाल ने रूस के सुरक्षा परिषद सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात कर दोनों पक्षों ने रणनीतिक संबंधों को गहरा करने और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर मंथन किया था.
दोनों पक्षों ने वार्षिक शिखर सम्मेलन 2025 से पहले सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया और बहुपक्षीय मंचों पर रूस-India सहयोग के साथ-साथ प्रमुख वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
डोभाल का क्रेमलिन में रूसी President व्लादिमीर पुतिन ने भी स्वागत किया, जो New Delhi और मास्को के बीच विकसित हो रही रणनीतिक साझेदारी में एक महत्वपूर्ण क्षण था.
क्रेमलिन ने वार्ता को “रचनात्मक” बताया और बदलते वैश्विक परिदृश्यों के बावजूद दोनों देशों के बीच संवाद की निरंतरता को रेखांकित किया.
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केआर/
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