मैड्रिड, 8 नवंबर . रियल मैड्रिड और एफसी बार्सिलोना के लिए Sunday का दिन बेहद खास है. रियल मैड्रिड का सामना रायो वैलेकानो से होना है, जबकि बार्सिलोना के सामने सेल्टा विगो होगी.
रियल मैड्रिड की प्लेइंग इलेवन में बदलाव तय माना जा रहा है. इसकी वजह मिडफील्डर ऑरेलियन चोउमेनी हैं, जो मांसपेशियों की चोट के कारण बाहर हैं. एडुआर्डो कैमाविंगा मिडफील्ड होल्डिंग की भूमिका में दिख सकते हैं, जबकि फेडे वाल्वरडे मिडफील्ड पोजीशन और ट्रेंट अलेक्जेंडर-अर्नोल्ड राइट-बैक पर खेलेंगे. रियल मैड्रिड की हाल के दिनों में सबसे बड़ी समस्या मैचों के बीच रिकवरी के लिए पर्याप्त समय न मिलना है, लेकिन Sunday को होने वाले मैच से पहले टीम को 65 घंटे यानी लगभग 3 दिन का समय मिला है.
वहीं बार्सिलोना के खिलाफ मैच से पहले सेल्टा विगो शानदार फॉर्म में है. टीम के लिए सीजन की शुरुआत बेहतरीन रही है. बोर्जा इग्लेसियस सेल्टा के आक्रमण की अगुवाई करेंगे, उनके साथ बार्सिलोना के पूर्व फॉरवर्ड फेरान जुटग्ला और अनुभवी इयागो एस्पास भी होंगे.
बार्सिलोना की रक्षा-पंक्ति हाल के कुछ मैचों में कमजोर नजर आई है. सेल्टा विगो इस कमजोरी का फायदा उठा सकती है. सेल्टा के पास बार्सिलोना को चौंकाने वाले खिलाड़ी मौजूद हैं. बार्सिलोना के लिए लैमिन यामल, फेरान टोरेस या रॉबर्ट लेवांडोव्स्की अहम हो सकते हैं. बार्सिलोना के मैच से पहले रियाल मैड्रिड का मैच समाप्त हो चुका है. लैमिन की फॉर्म बार्सिलोना के लिए काफी अहम साबित हो सकती है. 18 साल का ये खिलाड़ी पिछले कुछ समय से पेल्विक इंजरी से जूझ रहा है. हालांकि स्पेन टीम के कोच ने लैमिन को राष्ट्रीय टीम में शामिल करने की घोषणा कर दी है, लेकिन देखना होगा कि उनका प्रदर्शन Sunday को कैसा रहता है.
ला लीगा में रियाल, अंक के मामले में बार्सिलोना से आगे चल रही है. ऐसे में बार्सिलोना के सामने जीत दर्ज कर अंकों के अंतर को कम करने का मौका होगा. वहीं रियाल अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए उतरेगी.
–
पीएके
You may also like

राजगढ़ःतेज गति से जा रही कार पलटने से एक की मौत, तीन गंभीर घायल

राहु-केतु का नक्षत्र परिवर्तन 2025: इन राशियों के लिए है शुभ समय

UP Home Guard Bharti 2025: यूपी में 45,000 होमगार्ड भर्ती प्रक्रिया शुरू, पहले करें OTR रजिस्ट्रेशन, जानें सभी नियम और योग्यता

बिहार चुनाव: रिकॉर्ड वोटिंग, जाति, रोज़गार और महिलाओं की भूमिका क्या संकेत दे रही हैं?

इतिहास के पन्नों में 10 नवंबर : वाजपेयी का संयुक्त राष्ट्र महासभा में ऐतिहासिक संबोधन




