Mumbai , 15 अक्टूबर . मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर Wednesday को सोने की कीमतें 1.27 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचने के साथ नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं.
अमेरिका-चीन के बीच नए व्यापारिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण यह तेजी दर्ज की गई.
शुरुआत में, एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.52 प्रतिशत बढ़कर 1,26,915 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि पिछला बंद भाव 1,26,256 रुपए था.
इसके तुरंत बाद, कीमतें 1,27,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं.
चांदी की कीमतों में भी तेजी दर्ज की गई और यह 0.18 प्रतिशत बढ़कर 1,59,800 रुपए प्रति किलोग्राम पर खुली और कारोबार के दौरान 1,61,418 रुपए के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई.
शुरुआती कारोबार में सोना 0.46 प्रतिशत बढ़कर 1,26,835 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी 0.52 प्रतिशत बढ़कर 1,60,333 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई.
ग्लोबल मार्केट में सुरक्षित निवेश की मांग के समर्थन से सोना अपने रिकॉर्ड स्तर के आसपास मंडरा रहा था.
हाजिर सोना 0.4 प्रतिशत बढ़कर 4,155.99 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी वाला अमेरिकी सोना वायदा 0.3 प्रतिशत बढ़कर 4,174.30 डॉलर प्रति औंस हो गया.
इस वर्ष अब तक सोने की कीमतों में लगभग 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और Tuesday को यह 4,179.48 डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया.
विश्लेषकों का कहना है कि सोने में यह तेजी वैश्विक अनिश्चितताओं, अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, केंद्रीय बैंकों की मजबूत खरीदारी, डॉलर से वैश्विक रुख में बदलाव और गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स में लगातार निवेश के मिश्रण से प्रेरित है.
फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने Tuesday को कहा कि भविष्य में ब्याज दरों पर निर्णय बैठक दर बैठक के आधार पर लिए जाएंगे, जिससे मुद्रास्फीति की चिंताओं और श्रम बाजार के कमजोर होने के संकेतों के बीच संतुलन बना रहेगा.
निवेशकों को अब आगामी फेड बैठक में 25 आधार अंकों की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है और दिसंबर में एक और कटौती की संभावना है.
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव फिर से बढ़ गया है, जिससे सोने की तेजी में इजाफा हुआ है. अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वाशिंगटन चीन के साथ कुछ व्यापारिक संबंधों को खत्म करने पर विचार कर रहा है, जिसमें खाना पकाने का तेल भी शामिल है, क्योंकि दोनों देशों ने इस सप्ताह एक-दूसरे पर नए बंदरगाह शुल्क लगाए हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि भू-Political अनिश्चितता, नीतिगत ढील की उम्मीदें और बाजार में चल रही मौजूदा चिंता निवेशकों को सोने की सुरक्षा की ओर आकर्षित कर रही है, जिससे कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रही हैं.
–
एसकेटी/
You may also like
'टेंशन ज्यादा, सैलरी कम, H-1B के लिए मेहनत बेकार', अमेरिका में काम करने वाले ने बताया- क्या हैं दिक्कतें
उमरिया: जंगल ट्रेकिंग के दौरान बाघ ने किया हाथी पर हमला, वीडियो वायरल
लोकरंग महोत्सव: फूलों की होली से महका लोकरंग
जीएसटी का असर! फ्रिज लेने गए व्यक्ति ने टैक्स बचत के पैसे से खरीदी मिक्सी
अहमदाबाद को 'कॉमनवेल्थ खेल 2030' के लिए मेजबान के रूप में अनुशंसित किया जाएगा